दमोह: जिला मुख्यालय पर पुलिस प्रशासन और डॉक्टर अजय लाल के बीच कल दोपहर से हाई प्रोफाइल ड्रामा चल रहा था। मंगलवार को दोपहर मारूताल स्थित डॉक्टर अजय लाल के ऑफिस कैंपस में धीरे धीरे पुलिस का जमावड़ा हुआ और उनसे अकेले में तीन चार घंटे पूछताछ की गई। बाद में डॉक्टर ने तबियत बिगड़ने का बहाना बनाया तो पुलिस दवाइयां लेने उनके साथ घर गई। मंगलवार शाम से ही पुलिस उन्हें घर पर नजरबंद किए हुए थी। दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों ने घर को घेर कर रखा था। दरअसल, अमेरिकन सिटीजनशिप के लिए लिए अजय लाल की बेटी अभिनीता मेटनी और उनके पति व बच्चे जब एक वाहन में निकलकर जबलपुर जा रहे थे तब पुलिस ने उनके परिवार को रोक लिया। इसी तरह अजय लाल का बेटा जो अमेरिकन नागरिक है उसे भी रास्ते में रोक लिया। भारी पुलिस बल के बीच दोनों परिवारों को पुलिस ने डॉक्टर अजय लाल के ऑफिस कैंपस में रोककर रखा था।

इस बीच खबर ये भी आ रही है कि भारी पुलिस सुरक्षा के बीच से अजय लाल अपने घर से लापता हो गए हैं। इस मामले से नाराज पुलिस अधीक्षक श्रुत कीर्ति सोमवंशी भी अजय लाल के ऑफिस कैंपस पहुंचने के बाद काफी नाराज दिखे और उस घर की तलाशी भी ली जहां उन्हें नजरबंद करके रखा गया था।

पुलिस ने देर रात बताया कि दो बच्चों के एडाप्शन संबंधित मामले में इनसे पूछताछ चल रही थी। इसी मामले में रात को डॉक्टर अजय लाल पर FIR और बाल भवन के कर्मचारियों पर 18 साल पहले अनाथालय बाल भवन में आए दो बच्चों के बारे में पूछताछ हो रही थी और उसी मामले में दस्तावेज न दिखा पाने के कारण एफआईआर हुई है।

कुल मिलाकर आधा दर्जन अमेरिकन नागरिकों और पुलिस के बीच सारी रात हाई प्रोफाइल ड्रामा चलता रहा और सुबह होते ही पुलिस ने जब अजय लाल की तलाश उनके बंगले में की तो उनके होश फाख्ता हो गए। अजय लाल इस बंगले से फिल्मी स्टाल में गायब हो गए, जिसकी निगरानी दर्जनों पुलिसकर्मी कर रहे थे।

पुलिस की किरकिरी होते ही आला अधिकारी अजय लाल के घर में दरवाजा तोड़ा, लैपटॉप और CCTV KE DVR जप्त कर किनारे हो गए। सुबह होते होते ये साफ हो गया कि आरोपी के अलावा किसी और को हिरासत में लेना पुलिस की मुसीबत बन सकता है तो सारी पुलिस ने सबका रास्ता छोड़कर उल्टे पैर वापस हो गई। इस तरह एक हाई प्रोफाइल ड्रामा एक सवाल के साथ खत्म हुआ कि आखिर आरोपी डॉक्टर अजय लाल पुलिस अभिरक्षा से गये कहां।