ग्वालियर। बहोड़ापुर के कैलाश नगर में मेवा कारोबारी विजय गुप्ता व दो बेटियों की अग्निकांड में हुई मौत के मामले में रविवार को कलेक्टर रुचिका चौहान पत्नी व बेटे से मिलने पहुंचीं। पीड़ित परिवार से हादसे पर दुख जताया और हर संभव मदद का भरोसा दिया। प्रशासन की ओर से परिवार के लिए राशन की व्यवस्था कराई गई। वहीं मदद के तौर पर व्यापारी वर्ग भी आगे आया है। चैंबर आफ कामर्स की ओर से पीड़ित परिवार को छह लाख रूपए की मदद दी जाएगी,यह राशि एकत्रित भी कर ली गई है। इसके साथ ही एक अन्य व्यापारी ने बेटे की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है। जले हुए घर को ठीक करने के लिए डेढ़ लाख रूपए की मदद भी दिलाई जा रही है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले कैलाश नगर में मेवा कारोबारी विजय गुप्ता व उनकी दो बेटियों की घर में आग लगने से मौत हो गई थी। पत्नी व बेटा मुरैना गए हुए थे इसलिए इस अग्निकांड से बच गए। इस हादसे में फायर बिग्रेड के देरी से पहुंचने व एंबुलेंस में आक्सीजन न होने का आरोप भी सामने आया है। नगर निगम घटनास्थल पर फायर बाल भी ले जाना भूल गया था और जब बाद में फायर बाल की जांच की गई तो वे एक्सपायर्ड निकलीं। इस मामले में क्षेत्र के जेडओ व एंबुलेंस कंपनी को नोटिस दिया गया है।
कलेक्टर से बोले स्वजन-देर से आई थी एंबुलेंस
स्वजनों से मिलने पहुंची कलेक्टर के सामने परिवार के लोगों ने कहा कि नगर निगम की फायर बिग्रेड की लापरवाही रही। देर से गाड़ियां पहुंची और एंबुलेंस में भी व्यवस्था ठीक नहीं थी। इसकाे लेकर कलेक्टर ने बताया कि इस मामले में नगर निगम के स्तर पर जांच की जा रही है। वहीं विजय गुप्ता की पत्नी को आंगनबाड़ी में नौकरी देने को लेकर भी प्रयास किए जाएंगे।