हिमाचल प्रदेश के शिमला में बादल फटने से पूरा का पूरा गांव बह गया. 25 घर चंद सेकंड में नदी में समा गए. 36 लोग लापता हैं. इन 36 लोगों में 8 समेज स्कूल के बच्चे भी शामिल हैं. किसी का कुछ भी पता नहीं लग पाया है. रेस्क्यू टीमें उनकी तलाश कर रही है. लेकिन अभी तक लापता एक भी शख्स का पता नहीं लग पाया है. समेज गांव के सरकारी स्कूल को भी काफी नुकसान पहुंचा है. Tv9 भारतवर्ष की टीम यहां रेस्क्यू करने पहुंची तो पाया कि स्कूल के अंदर मलबा ही मलबा है.

स्कूल की एक बिल्डिंग के अंदर पड़ा हुआ सारा सामान खराब हो चुका है. ग्राउंड फ्लोर में कई क्लास रूम थे जिनमें मलबा भरा हुआ है. स्कूल के फर्स्ट फ्लोर पर दरारें पड़ गई हैं. स्कूल के स्टाफ से बात भी की गई. उन्होंने बताया कि इस स्कूल में पढ़ने वाले 8 बच्चे लापता हैं. स्कूल के अंदर बच्चों की ट्रॉफी, किताबें और टेबल चेयर सब बिखरा हुआ था.

शिमला से 100 किमी दूर रामपुर के झाकड़ी में गुरुनार के दिन हाइड्रो प्रोजेक्ट के पास बादल फटा और समेज खड्ड में बाढ़ आ गई. 25 घर पानी में चंद सेकंड के अंदर बह गए. 36 लोग कहां गए किसी को नहीं पता. गांव के लोगों ने बताया- यहां एक परिवार तो घर समेत ही पानी में बह गया.

गांव में रहने वाले सुभाष और उनकी पत्नी कुलविंदर ने बताया- हम लोग रात को सो रहे थे. तभी अचानक से हमारी नींद खुली. हमें लगा जैसे घर को कुछ हो रहा है. हम दौड़ते हुए मकान से बाहर आए. हमने चीखते-चिल्लाते लोगों को कहा कि बादल फटा है. सभी बाहर आ जाओ. हमारे मकान में रहने वाले 4 लोग को हमारी आवाज सुनकर बाहर आ गए. लेकिन बाकी के लोग अंदर ही रह गए. तभी मलबा सा गिरा और हमारा मकान क्षतिग्रस्त हो गया. सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिल पाया. अब हमारे पास रहने के लिए छत तक नहीं है. हम सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि हमारी मदद की जाए. उन्होंने कहा- बादल फटने से 25 से ज्यादा मकान बहे हैं. अभी तक 36 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है. लेकिन ये संख्या ज्यादा हो सकती है.

शिमला के डीसी ने क्या कहा?

शिमला के डीसी अनुपम कश्यप ने बताया कि जिस तरह से यह हालात बने हैं रेस्क्यू करना थोड़ा मुश्किल है. हमने अलग-अलग टीमें तैनात की हैं. हमारी कोशिश रहेगी लापता लोगों और डेड बॉडीज को ढूंढने की. NDRF,SDRF , लोकल पुलिस, आईटीबीपी, पुलिस और होमगार्ड की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं. डीसी ने कहा समेज गांव से काफी दूर तक लोगों के बहने की आशंका है. उन्होंने कहा- शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटे हैं. हिमाचल में 4 लोगों की मौत भी हुई है और 49 लोग लापता हैं.