मुंबई के गोरेगांव में नेस्को एग्जिबिशन सेंटर में 26 आवारा कुत्तों की मौत हो गई. आरोप है कि इन सभी कुत्तों की मौत भूख के कारण हो गई है. यहां मौजूद सभी कुत्तों को जब खाने को कुछ भी नहीं मिला तो भूख के कारण तड़प- तड़प कर उनकी जान चली गई. इतनी ज्यादा संख्या में कुत्तों के मर जाने के कारण एग्जिबिशन सेंटर में हड़कंप मच गया.
26 कुत्तों के मौत की खबर जब पशु प्रेमियों को मिली तो उन्होंने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की. इस मामले में लापरवाही करने के लिए पुलिस ने नेस्को एग्जिबिशन सेंटर की एक महिला अधिकारी और सुरक्षा गार्ड के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
अंदर नहीं जाने दिया गया
26 कुत्तों के मौत की सूचना मिलने पर जब पशु प्रेमियों ने एग्जिबिशन सेंटर में प्रवेश लेना चाहा तो उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया गया और उन्हें धमकी देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. पिछले 3 से 4 महीनों में 20 कुत्तों की मौत हो गई है क्योंकि इन दोनों आरोपियों ने शर्मा को कुत्तों को खाना खिलाने से रोक दिया था.
पशु प्रेमियों को नहीं खिलाने दिया खाना
महक शर्मा और उनके पति एक साल से गोरेगांव इलाके में मौजूद 40 कुत्तों को हर दिन खाना खिलाया करते हैं. जिन 26 कुत्तों की मौत हुई है वह उन्हें भी खाना खिलाने के लिए अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन एग्जिबिशन सेंटर में उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया गया. उन्हें पता था कि एग्जिबिशन सेंटर में मौजूद कुत्तों की तबीयत भी बहुत खराब है ऐसे में पशु प्रेमियों ने सभी बीमार कुत्तों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाना चाहा लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई. महक और उनके पति ने आरोप लगाया है की एग्जिबिशन सेंटर में मौजूद कुत्तों के साथ क्रूरता बढ़ती गई, जिसके कारण नेस्को क्षेत्र में 26 कुत्तों की मौत भूख के कारण हो गई.