डिप्रेशन… या अवसाद… आज के युग की एक खौफनाक सच्चाई. एक ऐसी स्थिति जिसमें फंसे इंसान को भी पता ही नहीं होता कि वह इस तरह की स्थिति से गुजर रहा है. अवसाद में रहने वाला शख्स आपको हंसता बोलता मिलता है इसलिए ये समझ पाना कई बार बहुत मुश्किल होता है कि उसके मन में क्या चल रहा है? डिप्रेशन में रहने वाले शख्स के अंदर बहुत कुछ चलता है लेकिन बाहर कुछ नहीं आ पाता. कहीं ना कहीं ये एक बड़ी वजह होती है कि अवसाद में रहने वाले इंसान किसी से बात नहीं कर पाते हैं. नहीं बता पाते कि उनको कितनी तकलीफ है और अंत में मौत को गले लगा लेते हैं. किसी के लिए भी इस बात को समझना काफी मुश्किल हो जाता है कि अवसाद में रहने वाला शख्स अगले ही पल क्या कर लेगा?
राजस्थान की राजधानी जयपुर से भी एक ऐसा ही परेशान करने वाला मामला सामने आया. यहां एक NEET की छात्रा ने जिंदगी से मार ली और आत्महत्या कर ली. छात्रा NEET की तैयारी कर रही थी. छात्रा ने अपनी बिल्डिंग के पांचवें फ्लोर से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्रा की पहचान 18 साल की यति अग्रवाल के रूप में हुई है.
पांचवे माले से कूदकर दी जान
छात्रा जयपुर में विद्याधर नगर इलाके में रहती थी. इसी बिल्डिंग के पांचवे माले से कूदकर यति ने आत्महत्या कर ली. यति ने मरने से पहले माता-पिता और दोस्तों के नाम एक सुसाइड नोट लिखा था. जानकारी सामने आई है कि यति डिप्रेशन से जूझ रही थी. वह NEET परीक्षा में कम अंक आने की वजह से डिप्रेशन में थी. उसने अपने सुसाइड नोट में माता-पिता के लिखा कि वह उनकी अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाई इसलिए ये कदम उठा रही है. छात्रा की नोटबुक से उसका सुसाइड नोट मिला था. छात्रा ने नोट में अपने परिजनों से माफी मांगी थी.
कल ही मनाया था बर्थडे
हैरानी की बात ये है घटना से एक दिन पहले ही छात्रा ने परिवार और दोस्तों के साथ बड़े उत्साह से अपना बर्थडे सेलिब्रेट भी किया था, लेकिन अब किसी को भी इस घटना पर यकीन नहीं हो रहा है. अपनी बर्थडे की तस्वीर में भी यति का हंसता हुआ चेहरा ही दिखा रहा है और अब यही चेहरा यति के माता-पिता को बार-बार याद आ रहा है. घटना के वक्त मृतक छात्रा के परिजन सो रहे थे. छात्रा को लहूलुहान हालत में जमीन पर गिरा देख बिल्डिंग के बाकी लोग वहां इक्कठा हो गए और उसके परिजनों को बताया गया फिर लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी.