कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी में एनकेजे के जुहली गांव में कुएं में जहरीली गैस के रिसाव से चार युवकों की मौत हो गई। चारों लोग पंप सुधारने के लिए कुएं में उतरे थे। उतरे ही बेहोश हो गए थे। अचानक साथ के लोगों के बेहोश होने के कारण पांचवा व्यक्ति अंदर नहीं आ गया और बाहर निकलकर गांव पहुंचा। साथ ही लोगों व पुलिस को जानकारी दी। उमरिया से टीम बुलाई गई है। एनकेजे पुलिस सहित एसडीएम मौके पर पहुंचे और चारों को कुएं से बाहर निकाला गया। जब तक जान जा चुकी थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिले के मुड़वारा विधानसभा के ग्राम जुहली में कुंए में पंप लगाने उतरे चार लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। साथ ही शोकाकुल स्वजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की है।
अधिकारी ने बताया कि चारों लोगों के बाहर निकाला गया है। जुहली-जुहला गांव के बीच नादन हार में जुहली निवासी संजय दुबे का खेत है। गुरुवार की शाम को खेत के कुएं की मोटर सुधारने के लिए संजय अपने भाई राम दुबे, बेटे निखिल दुबे और गांव के ही दो सगे भाई जग्गी कुशवाहा व पिंटू कुशवाहा को लेकर पहुंचा था। कुएं चारों एक-एक करके उतरे और अंदर जाकर बेहोश होकर गिर गए थे।
इस बीच संजय दुबे भी कुएं में उतर रहे थे। उन्होंने नीचे चारों लोगों को गिरते देखा और उनको भी आधे रास्ते में सांस लेने में तकलीफ हुई तो वे बाहर निकल आए थे। बाहर आकर उन्होंने गांव के लोगों को घटना की जानकारी दी। एनकेजे पुलिस को भी सूचना दी गई।
मौके पर एनकेजे थाना प्रभारी नीरज दुबे बल के साथ पहुंचे और उसके बाद सूचना पर एसडीएम प्रदीप मिश्रा व अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। युवकों के जहरीली गैस के रिसाव होने से बेहोश हो गए थे।
संजय दुबे के खेत गांव से काफी दूर हैं और बारिश होने के कारण वहां तक पहुंचने का मार्ग खराब होने से परेशानी हो रही थी। अंदर जाने वालों को परेशानी न हो, इसके बचाव के लिए भी सिलेंडर आदि लगाकर लोगों को उतारे थे। रात में प्रकाश की व्यवस्था कराते हुए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी युवकों को निकाला गया। एसडीएम मिश्रा का ने बताया कि जब तक बाहर निकाल पाए तब तक जान जा चुकी थी। चारों लोगों को बाहर निकाला है। कुएं के अंदर मैथेन गैस के रिसाव हुआ है।
मुख्यमंत्री ने किसान द्वारा अपने खेत के कुए में सबमर्सिबल मोटर पंप लगाते समय जहरीली गैस के रिसाव से हुई दुर्घटना में चार जिंदगियों के असामयिक निधन के समाचार को हृदयविदारक बताते हुए शोक व्यक्त किया है और बाबा महाकाल से प्रार्थना की है कि दिवंगतों को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल स्वजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें।