भारत में लोगों को मैगी नूडल्स काफी पसंद हैं. बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी मैगी के दीवाने हैं, यही कारण है कि देश में मैगी की जमकर खरीदारी होती है. इसे बनाने वाली कंपनी नेस्ले के लिए भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बन गया है. कंपनी भारत में मैगी बेचकर बंपर कमाई कर रही है.
दरअसल, मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया ने हाल ही में वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं. Q1 नतीजों में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार 7 फीसदी बढ़कर 746 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी को 698 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. कंपनी ने मैगी बेचकर हर दिन 53 करोड़ कमाए हैं.
रेवेन्यू 4,813.95 करोड़ रुपए हुआ
नेस्ले इंडिया के ऑपरेशन से रेवेन्यू यानी आय में सालाना आधार पर 3.33% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू 4,813.95 करोड़ रुपये का रहा. एक साल पहले की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में रेवेन्यू 4,658.53 करोड़ रुपये था.
टोटल इनकम 3.65% बढ़ा
पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में कंपनी की टोटल इनकम सालाना आधार (YoY) पर 3.65% की बढ़त के साथ 4,853 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 4,682 करोड़ रुपये थी. वहीं तिमाही आधार पर कंपनी की टोटल इनकम 8.33% घटी है.नतीजे आने के बाद नेस्ले का शेयर में 2.50% की गिरावट दर्ज की गई और यह 2,477 रुपये पर बंद हुआ. बीते एक साल में शेयर केवल 8.81% चढ़ा है.
भारत में कितनी है हिस्सेदारी
नेस्ले इंडिया लिमिटेड, मल्टीनेशनल कंपनी नेस्ले की इंडियन सब्सिडियरी है. इसे 28 मार्च 1959 को भारत में स्थापित किया गया था. इसका हेडक्वार्टर हरियाणा के गुड़गांव में है. कंपनी फूड, बेवरेजेस, चॉकलेट और कन्फेक्शनरी जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है. पेरेंट कंपनी नेस्ले की नेस्ले इंडिया में 60% से ज्यादा की हिस्सेदारी है. नेस्ले इंडिया की पूरे देश में 9 प्रोडक्शन फैसिलिटीज हैं.