हिमाचल के मनाली में आधी रात को बादल फटने से तबाही जैसा मंजर आ गया. बादल फटने के बाद सोलंगनाला मार्ग को बंद कर दिया गया है. मनाली से 10 किलोमीटर की दूरी पर बादल फटने के कारण यहां बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. प्रकृति के इस कहर के आने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई. बादल फटने की सूचना मिलने पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और लोगों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया है.

सोलांग वैली में अंजनी महादेव के साथ बहने वाले सरेहीनाला में पानी का बहाव काफी ज्यादा हो गया है, इसलिए इस रास्ते को बंद कर दिया गया है. बादल फटने के कारण इस इलाके के 4 घर पानी में बह गए हैं. इस रास्ते में बाढ़ जैसी स्थिति होने के कारण यहां से आवाजाही को रोक दिया गया है. अब जो भी गाड़ियां अटल टनल से आया करती थीं, उनका रूट डायवर्ट कर दिया गया है. गाड़ियां अटल टनल से आने की बजाय रोहतांग दर्रे से जा सकेंगी.

कौन-कौन से रास्ते हुए बंद

बादल के फटने से अटल टनल, रोहतांग-पास, लाहौल स्पीति में फ्लैश फ्लड आ गया है. अटल टनल से पहले धुंधी टनल के आस-पास के रास्तों को बंद किया गया है. इन रास्तों के बंद होने से पर्यटकों के लिए रोहतांग के जरिए लेह मनाली जाने वाले हाईवे को खोल दिया गया है. लेह-मनाली हाइवे पर फंसे पर्यटक 3 घंटे का समय लगाकर रोहतांग के रास्ते से जा सकते हैं.

व्यास नदी में बढ़ा पानी

बादल के फटने से अंजनि महादेव नाले में जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिस कारण व्यास नदी भी अपने उफान पर पहुंच गई है. राज्य में बादल फटने से एक पावर प्रोजेक्ट को भी काफी नुकसान पहुंचा है. यह प्रोजेक्ट 9 मेगावाट का था. अब बादल फटने के बाद यहां पर मलबा घुस जाने से प्रोजेक्ट को काफी नुकसान हुआ.

सरकार ने दिलाया मदद का भरोसा

बादल फटने से 4 घर पानी में बह गए. हालांकि इस तबाही में किसी शख्स के जान जाने की सूचना नहीं है, लेकिन मवेशियों और घर के बहने से काफी लोग प्रभावित हुए हैं. प्रशासन की तरफ से प्रभावित लोगों को मदद का भरोसा दिलाया गया है.