केंद्रीय सूचना और संस्कृति मंत्रालय के निमंत्रण पर बंगाल के नाट्यकर्मी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल गए थे. भोपाल में काम हो जाने के बाद इनकी वापसी ट्रेन से होनी थी. हालांकि ट्रेन यात्रा के दौरान नाट्यकर्मियों को एक खतरनाक और भयावह अनुभव का सामना करना पड़ा. जानकारी के अनुसार, प्रयागराज स्टेशन पर नाट्यकर्मियों के साथ गलत व्यवहार किया गया. इनके अनुसार, जब वे भोपाल से रिजर्वेशन के बाद एसी कोच में यात्रा कर रहे थे, तब अचानक प्रयागराज से कुछ बदमाश ट्रेन के एसी कोच में चढ़ गए और उनके साथ बुरा सुलूक किया.

नाट्यकर्मियों ने आरोप लगाया कि ये बदमाश अचानक उनके कोच में घुस आए और बिना किसी कारण के उनके साथ मारपीट शुरू कर दी. विरोध करने पर महिलाएं भी इस हिंसा का शिकार हुईं और उन्हें घसीटा गया. आरोप यह भी है कि यात्रा करते समय महिलाओं को हाथ पकड़कर खींचने की कोशिश की गई. स्थिति को देखते हुए मदद के लिए आरपीएफ से संपर्क किया गया, लेकिन किसी प्रकार की मदद नहीं मिली. उन्होंने कई बार रेल विभाग से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई भी जवाब नहीं मिला.

रेलवे ने नहीं मिली कोई मदद

नाट्यकर्मियों का कहना था कि जब उन्होंने रेलवे विभाग से संपर्क किया और मदद के लिए कहा तो उन्हें बस यही जवाब मिला, ‘थोड़ा एडजस्ट कर लीजिए.’ इनका आरोप है कि उन्हें सीट से हटा दिया गया और बाद में उस रात उन बदमाशों ने उनके साथ गाली-गलौच भी की और कहा कि ‘कहा हैं बंगाल के लोग… बुलाओ उनको.’

पुलिस ने दर्ज की FIR

यह घटना न केवल नाट्यकर्मियों के लिए अपमानजनक थी, बल्कि पूरे ट्रेन यात्रा के दौरान उन्हें मानसिक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ा. कुछ समय बाद, जब वे आखिरकार हावड़ा स्टेशन पहुंचे तो उन्होंने इस घटना के खिलाफ FIR दर्ज कराने का फैसला किया. वे RPF के रवैये से भी बहुत नाखुश थे और आरोप लगा रहे हैं कि रेलवे सुरक्षा बल ने उनकी मदद नहीं की.