दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी करने वाली भारतीय जनता पार्टी ने नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का ऐलान किया है. बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त न करने की नीति रखती है और घोटाले में शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा.
दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार कहा है, और हमने भी कहा है, कैबिनेट की पहली बैठक में कैग की रिपोर्ट पेश की जाएगी. हम भ्रष्टाचार के सभी मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन करेंगे.
कौन होगा दिल्ली का सीएम?
बीजेपी की जीत के बाद ही सवाल उठने लगा है कि दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा. इसी को लेकर वीरेंद्र सचदेवा से भी सवाल पूछा गया. जिस पर उन्होंने कहा, पार्टी एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाती है और ऐसे निर्णय केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ देती है, जैसा कि अन्य राज्यों में भी देखा गया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद राजधानी में बीजेपी की सत्ता कायम हो गई है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला था और एग्जिट पोल बहुत हद तक सही साबित हुआ. बीजेपी ने इस सीट पर 48 सीट जीतकर बहुमत हासिल की. वहीं, आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा. बीजेपी की जीत का श्रेय सचदेवा ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा को दिया. सचदेवा ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली के मतदाताओं ने विकास के लिए बीजेपी का समर्थन किया और मोदी के नेतृत्व में विश्वास जताया है.
कांग्रेस की लगातार तीसरी बार हुई हार पर सचदेवा ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण पार्टी होने के बावजूद उसका बहुत बुरा हाल हुआ है और उसे कड़ी मेहनत करनी चाहिए.
कब होगा शपथग्रहण समारोह?
साथ ही सूत्रों के मुताबिक सामने आया है कि बीजेपी 14 फरवरी के बाद शपथग्रहण समारोह का आयोजन कर सकती है. दरअसल, ऐसा इसीलिए किया गया है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 से 13 फरवरी तक विदेश दौरे पर जा रहे हैं. पीएम फ्रांस और अमेरिका का दौरा करेंगे. इसी के बाद वो 14 फरवरी को भारत वापस लौटेंगे, इसी के चलते सूत्रों के मुताबिक 14 फरवरी के बाद शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा सकता है.