लोकसभा चुनाव के नतीजे पर बीजेपी में मंथन जारी है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 80 में महज 33 सीटें मिलीं थीं जबकि विपक्षी पार्टी सपा को 37 सीटें मिली थीं. चुनावी प्रचार अभियान के दौरान बीजेपी ने 400 पार का नारा दिया था, और वहीं यूपी में सभी 80 सीटें जीतने का दावा किया था लेकिन नतीजों में बीजेपी को बड़ा झटका लगा. यहां तक कि अयोध्या में भी बीजेपी हार गई. प्रदेश में बीजेपी के इस प्रदर्शन को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बीच बैठक हुई. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में भूपेंद्र चौधरी ने खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी ली है.
दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और यूपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बीच करीब 30 मिनट तक बैठक चली है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यूपी में खराब प्रदर्शन को लेकर भूपेंद्र चौधरी ने नैतिक जिम्मा लिया और कहा कि नतीजों के लिए प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते वो जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकते. यूपी में नतीजे आशा के विपरीत आए लिहाजा पार्टी अध्यक्ष के तौर पर भूपेंद्र चौधरी ने जेपी नड्डा के समक्ष नैतिक जिम्मेदारी ली.
जेपी नड्डा ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
जानकारी के मुताबिक जेपी नड्डा ने भूपेंद्र चौधरी से कहा कि पार्टी नेतृत्व का जो भी निर्देश होगा, उस पर आगे कार्य करेंगे. उन्होंने भूपेंद्र चौधरी से कहा कि यूपी के परिणामों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके लाएं. जेपी नड्डा ने कहा कि इस महीने के आखिरी हफ्ते में दिल्ली में लोकसभा चुनाव परिणामों की समीक्षा के लिए पार्टी पदाधिकारियों की बैठक होगी. इस बैठक में वो विस्तृत रिपोर्ट लेकर आएं.
बीजेपी राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक 29/30 जून तक हो सकती है. पदाधिकारियों की इस बैठक में पूरे देश में राज्यवार लोकसभा चुनाव नतीजों पर चर्चा की जाएगी. वहीं सूत्रों के मुताबिक 25 जून तक यूपी में लोकसभा चुनाव परिणाम पर यूपी बीजेपी की समीक्षा रिपोर्ट तैयार हो जाएगी जिसे दिल्ली में होने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में रिपोर्ट रखी जाएगी.
यूपी अध्यक्ष ने अयोध्या हार पर भी की चर्चा
भूपेंद्र चौधरी ने जेपी नड्डा को बताया कि यूपी में मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता और हारे हुए सांसद प्रत्याशियों से बातचीत कर समीक्षा रिपोर्ट तैयार की जा रही है. भूपेंद्र चौधरी ने ये भी बताया कि अब तक प्रदेश भर से करीब 40 हजार स्थानीय नेता और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है. भूपेंद्र चौधरी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी के साथ बैठक में अयोध्या में भी हार की समीक्षा हुई, साथ ही महंत राजू दास के मामले को लेकर भी चर्चा की गई.
हालांकि बीजेपी ये मानती है कि यूपी में कई लोकसभा सीटों पर फाइनल वोटर लिस्ट में से बीजेपी समर्थित लोगों के नाम या सवर्ण जाति के वोटरों के नाम काटे गए. बस्ती, अयोध्या, श्रावस्ती समेत करीब 8/10 लोकसभा सीटों पर ये शिकायतें सामने आई हैं.