शेफाली वर्मा भले ही टीम इंडिया से बाहर चल रही हों. आयरलैंड के खिलाफ मुकाबला नहीं खेल रही हों. मगर घरेलू क्रिकेट में उनके बल्ले का धमाल जारी है. फिलहाल,उनका धमाका सीनियर महिलाओं की खेली जा रही वनडे चैलेंजर ट्रॉफी में दिखा है, जहां उन्होंने 414 रन बनाए हैं. जी नहीं, ये रन शेफाली की खेली एक नहीं बल्कि 5 पारियों का नतीजा है. भारत की ये महिला ओपनर लगातार 5वीं बार एक कमाल को अंजाम भी दे देतीं, अगर उन्होंने फाइनल में 50 रन का आंकड़ा पार कर लिया होता.

शेफाली वर्मा… बल्लेबाजी में हिट, कप्तानी में फिट

सीनियर महिलाओं की वनडे चैलेंजर ट्रॉफी का फाइनल टीम A और टीम C के बीच खेला जा रहा है. शेफाली ना सिर्फ टीम A की खिलाड़ी हैं बल्कि कप्तान भी हैं. और इस दोहरी भूमिका में वो पूरे टूर्नामेंट में खरी उतरती दिखी हैं. उनकी उसी सफलता का असर है कि टीम ना सिर्फ फाइनल में पहुंची बल्कि यहां तक पहुंचाने में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन भी उन्होंने ही बनाए.

शेफाली ने ठोके 414 रन, लगातार 5वीं बार ऐसा करने से चूकीं

शेफाली वर्मा ने फाइनल में टीम C के खिलाफ 21 गेंदों का सामना कर 26 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 1 छक्का शामिल रहा. ये टूर्नामेंट में उनका सबसे कम स्कोर है. क्योंकि, इससे पहले खेली 4 पारियों में उनके लगातार 4 फिफ्टी प्लस स्कोर हैं. उसमें से 1 शतक हैं और 3 अर्धशतक. इससे पहले खेले 34 मुकाबलों में उन्होंने 95, 91, 87 और 115 रन की पारी खेलते हुए कुल 388 रन जड़े थे. अब टूर्नामेंट की कुल 5 पारियों के बाद उनके खाते में 414 रन दर्ज है.

शेफाली ने अगर फाइनल मुकाबले में भी अर्धशतक लगाया होता तो उनके नाम लगातार 5 पारियों में फिफ्टी प्लस स्कोर करने का कीर्तिमान दर्ज हो जाता.

क्या अब होगी शेफाली की टीम इंडिया में वापसी?

वनडे चैलेंजर ट्रॉफी में शेफाली वर्मा की बल्लेबाजी की खास बात ये रही कि उन्होंने अपनी स्ट्राइक रेट पर लगाम नहीं लगने दी. हर मैच में उनका स्ट्राइक रेट 100 से ऊपर का रहा. सीधे शब्दों में कहें तो उन्होंने वनडे में T20 के स्टाइल में बल्लेबाजी की. उम्मीद है इस दमदार प्रदर्शन के बाद अब जल्दी ही शेफाली की वापसी टीम इंडिया में देखने को मिल सकती है.