देश की सीमाओं और सुरक्षा को लेकर भारत की सेना प्रमुख ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने चीन, पाकिस्तान, म्यांमार सीमा और कश्मीर पर सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में अवगत कराया है. उन्होंने PC के दौरान जोर देकर कहा कि मैं इस बात का समर्थक हू कि मास मीडिया और सुरक्षाबलों में राष्ट्र निर्माण और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक साथ आने की बहुत पोटेंशियल है.
सेना प्रमुख ने कहा कि मेरा मिशन है कि मैं पूरी स्पेक्ट्रम तैयारियां सुनिश्चित करूं और भारतीय सेना को एक आत्मनिर्भर भविष्य के लिए तैयार करूं, ताकि वह राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र में एक प्रासंगिक और प्रमुख स्तंभ बन सके, जो राष्ट्र निर्माण में भी सार्थक योगदान दे.
चीन सीमा पर सैन्य प्रमुख
चीन के साथ तनाव और हालिया घटनाओं पर बोलते हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, “स्थिति संवेदनशील है, लेकिन स्थिर है. देपसांग, डेमचोक में गश्त शुरू हो गए हैं. हमारी तैनाती संतुलित और मजबूत है. साथ LAC के बारे में बताते हुए कहा कि मैंने अपने सभी कोर कमांडरों को गश्त और चराई के संबंध में जमीनी स्तर पर इन मुद्दों (चीन सीमा) को संभालने की जिम्मेदारी दी है, ताकि इन छोटे मुद्दों को सैन्य स्तर पर ही हल किया जा सके. उन्होंने बताया कि LAC पर भी हमारी अपनी तैनाती संतुलित और मजबूत है.
पाकिस्तान के खतरों पर क्या बोले सैन्य प्रमुख
पाकिस्तान पर बोलते हुए सेना प्रमुख ने कहा, “संघर्ष विराम जारी है. आतंकी ढांचा बरकरार है, घुसपैठ जारी है, नशीले पदार्थों को स्थानांतरित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.” साथ ही बताया कि आज कश्मीर में जो भी आतंकी बचे हैं, उसमें से 80 फीसद पाकिस्तानी मूल के हैं. आगे बताया कि पकड़े गए 60 फीसद आतंकवादी भी पाकिस्तानी मूल के हैं.
म्यांमार सीमा पर भी की जा रही कड़ी निगरानी
हालिया दिनों में म्यांमार सीमा पर भी भारत विरोधी घटनाएं देखने मिली हैं. जिसको लेकर सेना प्रमुख ने बताया कि सीमा पर निगरानी बढ़ाई गई है और बाड़ लगाने का काम किया जा रहा है.
कश्मीर की सुरक्षा पर भारतीय सेना
कश्मीर में जारी आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए सेना को आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए आपातकालीन खरीद के लिए भी मंजूरी दे दी गई है. सेना प्रमुख ने कहा कि हमने पुंछ-राजौरी क्षेत्रों में सैनिकों की बड़ी संख्या में तैनाती की है, उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थिति अंडर कंट्रोल है.