जब से एआई आया है तब से हर तरफ बस इसी के चर्चा हैं, यही वजह है कि अब फोन बनाने वाली कंपनियां भी स्मार्टफोन्स में ग्राहकों की सुविधा के लिए AI Features देने लगी हैं. हाल ही में काउंटरपॉइंट रिसर्च की एक लेटेस्ट रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि 2028 तक जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या GenAI पावर्ड वाले स्मार्टफोन्स का कुल शिपमेंट 54 फीसदी से अधिक होगा.

प्रीमियम स्मार्टफोन्स बनाने वाली कंपनियां जैसे कि Google, Samsung और Apple ने अपने स्मार्टफोन्स में GenAI फीचर्स को देना शुरू कर दिया है. गूगल, सैमसंग और ऐपल के बाद अब Realme, Oppo और Vivo जैसे चीनी स्मार्टफोन कंपनियों ने भी एआई फीचर्स वाले फोन भारतीय बाजार में लॉन्च करने शुरू कर दिए हैं. एआई फीचर वाले फोन लॉन्च करने के लिए इन कंपनियों ने Google और Microsoft जैसी कंपनियों के साथ हाथ मिलाया है.

अर्फोडेबल फोन में भी एआई का मजा

काउंटरपॉइंट की रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई फीचर्स अब अर्फोडेबल फोन्स में भी मिलने लगे हैं और एआई यूज करने के लिए स्मार्टफोन्स एकदम सही वाहक हैं. मिड-रेंज सेगमेंट में आने वाले मॉडल्स में सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए GenAI फीचर्स दिए जा रहे हैं.

उम्मीद है कि भविष्य में भी मिड-रेंज और बजट स्मार्टफोन्स में यूं ही एआई फीचर्स देखने को मिलते रहेंगे, इसका मतलब यह है कि एआई फीचर्स का लुत्फ उठाने के लिए महंगे फोन खरीदने की जरूरत नहीं है.

ये है रियलमी का टारगेट

पिछले साल, ओप्पो ने अपने सभी स्मार्टफोन्स में GenAI फीचर्स को देना शुरू किया था और लगभग 50 मिलियन ओप्पो यूजर्स अपने स्मार्टफ़ोन पर GenAI फीचर्स को एक्सपीरियंस कर रहे हैं. यही नहीं, Realme ने भी पिछले साल कहा था कि कंपनी का लक्ष्य अगले तीन सालों में AI स्मार्टफोन का शिपमेंट 100 मिलियन को पार करने का है. काउंटरपॉइंट का अनुमान है कि 2026 में ग्लोबल 5G स्मार्टफोन शिपमेंट 1 बिलियन यूनिट से अधिक हो जाएगी.