कानपुर के सीसामाउ विधानसभा क्षेत्र से सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी आगजनी मामले के मुख्य गवाह विष्णु सैनी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. विष्णु सैनी ने इरफान के मामले में गवाही दी थी. उनकी गवाही की वजह से ही इरफान सोलंकी को सात साल की सजा हुई थी. इस समय सजा के खिलाफ इरफान सोलंकी ने हाइकोर्ट में याचिका दायर की है. आगजनी के मामले के अलावा एक और मामले में विष्णु सैनी प्रमुख गवाह थे जिसमें उसने आरोप लगाया था कि पेशी के दौरान इरफान समेत अन्य आरोपियों ने उन्हें धमकाया और रंगदारी मांगी थी.
नवंबर 2022 में इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान और अन्य 10 आरोपियों के खिलाफ कानपुर की रहने वाली महिला नजीर फातिमा ने झोपड़ी में आग लगाने का मुकदमा दर्ज कराया था. जून 2024 में कानपुर की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने इरफान सोलंकी, भाई रिजवान और पांच आरोपियों को सात साल की सजा सुनाई थी. इस मामले में कई गवाह थे जिसमें से कल्याणपुर निवासी विष्णु सैनी मुख्य गवाहों में से थे. विष्णु के परिजनों ने बताया कि विष्णु सैनी की मौत हार्ट अटैक से हुई है.
धमकी और रंगदारी का आरोप
आगजनी के मामले में गवाही देने के साथ विष्णु सैनी ने यह आरोप भी लगाया था कि मामले की पेशी के दौरान इरफान सोलंकी, उसके भाई रिजवान सोलंकी समेत अन्य आरोपियों ने उसको धमकी दी थी और रंगदारी मांगी थी. जिस मामले में आरोपियों को सजा हुई है. उसके अलावा भी अन्य आरोपियों के खिलाफ विष्णु सैनी की गवाही होनी थी. अब विष्णु की मौत होने के बाद केस पर असर पड़ सकता है. इसके अलावा धमकाने और रंगदारी मांगने के आरोप में भी विष्णु सैनी की गवाही होनी थी जो अब नहीं हो पाएगी.
हार्ट अटैक से हुए मौत
आगजनी मामले की पीड़िता नजीर फातिमा की अधिवक्ता प्राची श्रीवास्तव ने बताया कि विष्णु सैनी की गुरुवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई है. उनके अनुसार विष्णु सैनी की गवाही पर ही इरफान सोलंकी को सजा हुई थी. विष्णु की गवाही के बाद ही आगजनी मामले इरफान सोलंकी के जेल जाना पड़ा था.