हिंदी सिनेमा में एक्शन, रोमांस, ड्रामा और डांस ये सबकुछ कौन बेहतर कर सकता है? जब भी ये सवाल आता है तो सबसे पहला खयाल गोविंदा का ही आता है. गोविंदा जबरदस्त डांसर भी हैं और वो डांस फेस एक्सप्रेशन के साथ करते हैं. उनका एक गाना ‘आपके आ जाने से’ काफी पॉपुलर है और आज भी लोग इसपर थिरकना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं इसे यादगार बनाने के लिए गोविंदा ने बहुत मेहनत की थी?

फिल्म खुदगर्ज (1987) में जितेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा लीड रोल में थे. गोविंदा और नीलम का बहुत कम रोल था, जो गोविंदा को गवारा नहीं था. इसके लिए गोविंदा ने एक आइडिया निकाला जो काम कर गया और उस फिल्म का एक गाना यादगार बन गया.

‘आपके आ जाने से’ के लिए गोविंदा ने की थी मेहनत

फिल्म शोला और शबनम (1992) की शूटिंग के दौरान दूरदर्शन को गोविंदा ने एक इंटरव्यू दिया था. इस पर गोविंदा ने बताया था कि ‘आपके आ जाने से’ गाने को यादगार बनाने के लिए एक्टर ने क्या किया था. गोविंदा ने कहा था, ‘मैं से मीना से न साकी से. ये गाना मैं ये कहूंगा कि इस गाने पर वैष्णो मां की कृपा थी. मुझे पता चला था कि पूरी पिक्चर में मेरा काम बहुत कम है तो मैंने किसी तरह मेकर्स को मेरे और नीलम पर एक गाना फिल्माने के लिए कहा और वो मान गए. अब मुझे ये पता था कि मेरे को इस फिल्म को यादगार बनाने के लिए उस गाने को बेहतर बनाना पड़ेगा.’

गोविंदा ने आगे कहा था, ‘मैंने जब इसकी रिकॉर्डिंग सुनी तो मुझे पसंद आया और मुझे लगा कि ये ऐसा है कि अगर इसपर अच्छे से डांस किया जाए तो ये यादगार बन सकता है. तो मैंने कमल मास्टर जी को अभी वो नहीं रहे, लेकिन उनको मैंने कहा था कि मास्टर जी बहुत रिक्वेस्ट करता हूं आपसे प्लीज, पूरी पिक्चर में मेरा एक गाना है इस एक गाने की वजह से लोगों को ऐसा नहीं लगना चाहिए कि 3 मिनट के लिए गोविंदा आया और उसने कुछ किया नहीं.’