फिट और हेल्दी रहने के लिए महिलाएं स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर ध्यान देती हैं. खासकर, जो महिलाएं अपना वजन कम कर रही हैं- उन्हें मसल्स को बनाए रखने के लिए वेट लॉस ट्रेनिंग दी जाती है. एक्सपर्ट कहते हैं कि वेट ट्रेनिंग करने से बॉडी का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है. इससे आपको एक्टिव और एनर्जेटिक रहने में मदद मिलती है.

हॉलिस्टिक हेल्थ कोच और एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट कपिल कनोडिया कहते हैं कि महिलाओं को जिम जाकर कितना वेट उठाना चाहिए? अगर आपको भी इसके बारे में जानकारी नहीं है तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है. आइए एक्सपर्ट से इसके बारे में जानते हैं.

महिलाएं कितना वेट उठाएं?

एक्सपर्ट कपिल कनोडिया कहते हैं कि वेट ट्रेनिंग तीन अलग-अलग तरह की ट्रेनिंग पर काम करती है. पहले स्ट्रेंथ ट्रेनिंग होती है, जिसमें रिपीटीशन रेंज 6 या उससे कम रखी जाती है. दूसरे पर हाइपरट्रॉफी ट्रेनिंग होती है. इसमें रिपिटेशन रेंज 8 से 12 तक रखी जाती है. तीसरा और सबसे अंतिम एंड्यूरेंस ट्रेनिंग होती है, इसमें रेपिटेशन रेंज 15 से 20 तक रखी जाती है.

अगर आप इतना वेट लिफ्ट कर रहे हैं जिसमें आप 12 से ज्यादा रेपिटेशन कर पा रहे हैं, तो ये वेट आपके लिए हल्का है. एक्सपर्ट कहते हैं कि हाइपरट्रॉफी ट्रेनिंग में आपको उतना ही वेट उठाया जाना चाहिए, जिसे आप कम से कम 8 रेपिटेशन में कर पाएं.

महिलाओंं के लिए वेट ट्रेनिंग के फायदे

एक्सपर्ट बताते हैं कि रोजाना वेट ट्रेनिंग करने से बोन डेंसिटी ठीक होती है. इससे हड्डियों की बीमारियों का खतरा कम होता है. जो महिलाएं अपने वजन को कम करना चाहती हैं, उन्हें वेट मेंटेन रखने में मदद मिलती है. इससे मसल्स मजबूत होती है. इसका अभ्या करने से दिल के रोग, शुगर की समस्या और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम रहता है. इससे मेंटल हेल्थ ठीक होने के साथ-साथ स्लीप साइकिल भी ठीक रहती है.

डाइट का भी रखें ध्यान

अगर आप वेट ट्रेनिंग कर रही हैं तो डाइट का भी ख्याल रखें. प्रोटीन वाली चीजें खाएं. इससे शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा मिलती है. इससे कमजोरी भी महसूस नहीं होती है.