पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है. 25 दिसंबर से उत्तर प्रदेश की वातानुकूलित जनरथ और शताब्दी बसों का किराया कम किया गया है. यह कदम यात्रियों को ठंड के मौसम में अधिक आरामदायक यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए उठाया गया है. अब, जिन यात्रियों को पहले 100 किलोमीटर की यात्रा के लिए 163 रुपये का किराया देना पड़ता था, उन्हें अब 145 रुपये ही किराया देना होगा.

यह किराया कम करने का फैसला शीतकाल यानी ठंड के मौसम तक प्रभावी रहेगा. इसके बाद पहले जैसा किराया लिया जाएगा. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि यह कदम वातानुकूलित बस सेवाओं को जन उपयोगी बनाने के लिए उठाया गया है. उनका कहना है कि इससे यात्रियों को कम किराए पर आरामदायक यात्रा का लाभ मिलेगा.

साधारण बसों से एसी बसों में यात्रा करना हुआ सस्ता

उत्तर प्रदेश रोडवेज की साधारण बसों का किराया 1.30 रुपये प्रति किलोमीटर है, जिसका मतलब है कि 100 किलोमीटर की यात्रा करने वाले यात्री को 130 रुपये किराया देना पड़ता है. अब, साधारण बसों के यात्री महज 15 रुपये अधिक देकर एसी बसों से यात्रा कर सकते हैं. परिवहन निगम का मानना है कि इस कदम से एसी बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी.

राज्य में कुल 750 एसी बसों में किराया घटाया गया है, जिनमें 608 जनरथ, 75 पिंक और 50 से अधिक शताब्दी बसें शामिल हैं. अन्य बसों का किराया पहले जैसा रहेगा. आने वाले महाकुंभ 2025 में इन एसी बसों की विशेष मांग रहने की संभावना है.

पिछले साल भी किराया घटाया गया था

एसी जनरथ बसों के किराए में 18 रुपये की कमी की गई है. पहले 3X2 जनरथ बस का किराया 163 रुपये था, जिसे अब घटाकर 145 रुपये कर दिया गया है. वहीं, एसी 2X2 जनरथ बस का किराया 193 रुपये था, जिसे घटाकर 160 रुपये कर दिया गया है. पिछले साल, परिवहन निगम ने विशेष सर्दी छूट के तहत सभी वातानुकूलित बसों में 10 प्रतिशत किराया घटाया था, जो 16 दिसंबर से 28 फरवरी 2024 तक प्रभावी था. यह निर्णय यात्रियों को एसी बसों में सस्ती और आरामदायक यात्रा का अवसर देने के लिए लिया गया है.