उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में साल के आखिरी हफ्ते में बारिश होने की संभावना है. यूपी के कुछ इलाकों में दिन में तापमान सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने की संभावना है. वहीं रात में तापमान के गिरने का सिलसिला जारी रहेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों में मौसम में कोई बड़े बदलाव होने के आसार नजर नहीं आ रहें है. हवा की स्पीड औसत गति से 1.5 किमी प्रति कम चल रही है. यही कारण है कि पहाड़ों से आ रही सर्द हवाओं का असर यूपी समेत कई राज्यों में ज्यादा पड़ नहीं पा रहा है.

हवा की गति धीमी होने की वजह से यूपी में शीतलहर चलने की संभावना कम हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, साल के आखिरी हफ्ते में मौसम का मिजाज बदल सकता है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नोएडा समेत कई इलाकों में बारिश हो सकती है. बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में मौसमी बदलाव हो रहे हैं. दिसंबर के आखिरी हफ्ते तक बंगाल की खाड़ी से उठकर बादल पश्चिमी यूपी तक पहुंच जाएंगे. यहां जोरदार बारिश की संभावना साल के आखिरी हफ्ते में जताई जा रही है.

नए साल पर कहां होगी बारिश?

पश्चिमी यूपी के शहर यानी नोएडा, मेरठ और गाजियाबाद में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक इन इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. बारिश की वजह से यूपी के इन इलाकों में ठंड के बढ़ने की संभावना है. यानी नए साल पर पश्चिमी यूपी के जिलों में कंपकपी बढ़ सकती है.

लखनऊ में कैसा रहेगा मौसम?

राजधानी लखनऊ और कानपुर में भी पहाड़ी राज्यों की बर्फबारी का असर देखने को मिलेगा. नए साल पर नवाबों की नगरी में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई गई है. यही नहीं, धुंध की वजह से भी लोगों को नए साल पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

पूर्वांचल में छाया रहेगा कोहरा

पूर्वांचल यानी बरेली, गोरखपुर, अयोध्या, प्रतापगढ़, देवरिया और वाराणसी तक कोहरे की चादर दिख सकती है. ऐसे में नए साल का जश्न फीका रह सकता है. वर्तमान में दिल्ली-मुंबई समेत अन्य बड़े शहरों से यूपी को जाने वाली ट्रेनें कोहरे की वजह से लेट चल रही हैं. नए साल तक ये सिलसिला जारी रह सकता है.

एक्टिव हो रहा पश्चिमी विक्षोभ

ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि साल के आखिरी हफ्ते में यूपी में 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हवाएं चलेगी. मौसम विभाग के मुताबिक, दिसंबर के आखिरी हफ्ते में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव रहेगा. इसका असर यूपी के कई इलाकों में दिखेगा. पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने की वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होगी, जो कि उत्तर भारत के मैदानी इलाके में सर्दी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी.

ठंड के साथ बढ़ेगा प्रदूषण

साल के आखिरी हफ्ते में यूपी के लोगों को शीतलहर का प्रकोप झेलना पड़ सकता है. ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि ठंड के साथ प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी होगी. दिल्ली से सटे इलाके में AQI 400 पार दर्ज किया गया है.