AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष केस (Atul Subhash Case) से तो आप सभी वाकिफ हैं ही. इस मामले में अब निकिता (Nikita Singhania) का चचेरा भाई यानि सुशील सिंघानिया का बेटा भी सामने आया है. उसने कहा- निकिता पढ़ने लिखने में काफी होशियार थी. परिवार में वही इकलौती महिला है जो इतना पढ़ी लिखी है. शहर में नौकरी करने वाली भी परिवार की वह इकलौती महिला है. भाई ने कहा- जीजा अतुल के साथ जो कुछ भी हुआ बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.

उसने कहा- निकिता मेरी चचेरी बहन है. सेंट जॉन पब्लिक स्कूल और तिलकधारी पीजी कॉलेज में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, निकिता ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से MBA की डिग्री हासिल की. फिर उसकी साल 2019 में अतुल से शादी हो गई. उसके बाद दोनों में कुछ विवाद हुआ और निकिता वापस जौनपुर आ गई. लेकिन फिलहाल वो दिल्ली में रह रही थी. बीच-बीच में बेटे व्योम के साथ मायके आती-जाती रहती थी.

सुशील सिंघानिया के बेटे ने कहा- मेरे पिता बेवजह इस केस में फंसे हैं. निकिता के पिता मेरे पापा को बहुत मानते थे. अतुल के केस में मुझे भी बहुत दुख है. लेकिन हम इस मामले में कुछ भी नहीं कहना चाहते. बस इतना जानता हूं मेरे पिता का इस केस से कोई लेना देना नहीं है. वो बुजुर्ग हैं काफी. उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए. हम नहीं जानते वो कहां हैं इस समय. बस टेंशन लगी रहती है कि जहां भी हों सेफ हों.

चाचा को मिली हाईकोर्ट से जमानत

अतुल सुसाइड केस में आरोपी निकिता सिंघानिया, निशा और अनुराग फिलहाल जेल में बंद हैं. लेकिन चौथा आरोपी, यानि निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया कहां हैं? इसका किसी को भी कुछ भी पता नहीं. हालांकि, प्रयागराज हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई है. अब पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकती. अगर करती भी है तो वो 50 हजार रुपये देकर वकील के जरिए छूट सकते हैं.

जौनपुर फैमिली कोर्ट में चल रहे अतुल-बनाम निकिता केस से जुड़े कुछ दस्तावेजों में चाचा सुशील का भी नाम था. निकिता के चाचा ने दावा किया था कि अतुल के माता-पिता ने निकिता के पापा मनोज सिंघानिया से उनके सामने 10 लाख रुपये दहेज मांगा था. इसके बाद निकिता के पिता सदमे में चले गए. फिर साल 2019 में ही मनोज की मृत्यु हो गई.

चाचा सुशील चल रहे फरार

अतुल ने इन सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था. उसने 9 दिसंबर को एक वीडियो बनाया. इसमें अतुल ने बीवी निकिता, सास निशा, साला अनुराग और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. उन्होंने जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज रीता कौशिक और पेशकार माधव पर भी रिश्वत मांगने के आरोप लगाए. साथ ही 24 पन्नों का सुसाइड नोट भी छोड़ा. इस मामले में अतुल के भाई विकास ने बेंगलुरु पुलिस में चार आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई. फिलहाल तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है. उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. चाचा सुशील फरार हैं.