पिछले दिनों डोनाल्ड ट्रंप और जस्टिन ट्रूडो की एक मुलाकात को लेकर अहम जानकारी सामने आई थी. दोनों की बैठक के दौरान मौजूद रहे लोगों के आधार पर मीडिया ने दावा किया था कि ट्रंप ने कनाडा पर संभावित टैरिफ से बचने के लिए ट्रूडो से कहा है कि वह कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बना दें और खुद उसके गवर्नर बन जाएं.

पिछले दिनों डोनाल्ड ट्रंप और जस्टिन ट्रूडो की एक मुलाकात को लेकर अहम जानकारी सामने आई थी. दोनों की बैठक के दौरान मौजूद रहे लोगों के आधार पर मीडिया ने दावा किया था कि ट्रंप ने कनाडा पर संभावित टैरिफ से बचने के लिए ट्रूडो से कहा है कि वह कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बना दें और खुद उसके गवर्नर बन जाएं.

क्या अमेरिका में कनाडा का विलय मुमकिन है?

नेशनल पोस्ट ने कनाडा और अमेरिका के राजनीतिक और संवैधानिक कानून के दो विशेषज्ञों से इस मुद्दे पर बात की है. दोनों ही विशेषज्ञों ने गैर-पक्षपाती, व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हुए बताया है कि डोनाल्ड ट्रंप का यह मज़ाक कैसे हकीकत में बदल सकता है?

कनाडा के एक्सपर्ट ग्रेगरी टार्डी ने इलेक्शन कनाडा के कानूनी सलाहकार के रूप में 11 साल और हाउस ऑफ कॉमन्स के वरिष्ठ संसदीय सलाहकार के तौर पर 15 साल बिताए हैं. उन्होंने ओंटारियो और क्यूबेक के लॉ स्कूलों में पढ़ाया है और कानून, नीति और राजनीति के इंटर-रिलेशन मामलों के विशेषज्ञ हैं. वहीं अमेरिकी एक्सपर्ट रोडरिक एम. हिल्स, जूनियर न्यूयॉर्क शहर में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल में प्रोफेसर हैं जो फेडरलिज्म और इंटर-गवर्मेंटल रिलेशन, राज्य और स्थानीय सरकारों की स्वायत्तता पर जोर देते हुए संवैधानिक कानून के बारे में विशेषज्ञता रखते हैं.

कनाडा के एक्सपर्ट ने बताई 3 संभावना

ग्रेगरी टार्डी का कहना है कि ट्रंप जैसा कह रहे हैं चाहे वह मजाक हो या नहीं लेकिन ऐसा करना मुमकिन है और चूंकि दोनों देश कानून के शासन में बंधे हुए हैं लिहाजा दोनों देशों को एकजुट करने या कनाडा को अमेरिका में शामिल करने का पहला और सबसे संभावित तरीका संवैधानिक और कानूनी तरीकों से होगा.

उन्होंने कहा कि, ‘मुझे ऐसा लगता है कि अगर कनाडा या तो पूरा कनाडा या उसके कुछ हिस्से अमेरिका में शामिल होना चाहते हैं, तो उन्हें 1982 के संविधान अधिनियम की धारा 41 से गुजरना होगा. इसका मतलब है कि किसी विशेष क्षेत्र में शामिल होने के लिए सीनेट, सदन और सभी 10 राज्यों की विधानसभाओं में सहमति बनानी होगी. इससे पहले ही पता चल जाता है कि ऐसा करना मुमकिन होगा या नहीं.

हालांकि टार्डी का कहना है कि इससे भी ज्यादा कठिन होगा अमेरिका या किसी भी क्षेत्र में दूसरे क्षेत्र को शामिल करने का फैसला लेना. अगर हम मान लें कि यह फैसला कर लिया गया है कि कनाडा सभी प्रांतों के साथ या फिर उसके कुछ हिस्से अमेरिका में शामिल होना चाहते हैं तो यह पूरी तरह से एक अलग प्रक्रिया है.

यह अमेरिकी संविधान के अनुच्छेद IV, खंड 3, खंड 1 पर आधारित है, जो अनिवार्य रूप से कहता है कि अमेरिकी कांग्रेस के एक साधारण वोट से नए क्षेत्रों को देश में शामिल किया जा सकता है और वे राज्य बन सकते हैं. उदाहरण के तौर पर 21 अगस्त, 1959 को हवाई में एक राज्यव्यापी जनमत संग्रह हुआ और फिर संघीय कानून के अनुसार वह अमेरिका का एक राज्य बन गया.

संवैधानिक रास्ते के अलावा क्या है विकल्प?

ग्रेगरी टार्डी ने अमेरिका में कनाडा के विलय की दूसरी संभावना जो बताई है वह काफी नामुमकिन है. उन्होंने बताया कि किसी क्षेत्र को खरीदकर भी अमेरिका में शामिल किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, लुइसियाना खरीद में बहुत से अमेरिकी राज्यों को खरीदा गया था, और इस तरह मिसिसिपी के पश्चिमी हिस्से के राज्य पहले क्षेत्र और फिर राज्य बने.

उन्होंने याद दिलाया कि ट्रंप ने राष्ट्रपति शासन के अपने पहले कार्यकाल के दौरान ग्रीनलैंड को खरीदने की बात कही थी, तब सभी को लगा कि वे पागल हो गए हैं. हालांकि सैद्धांतिक रूप से यह संभव है. लेकिन कनाडा बिक्री के लिए नहीं है, बल्कि कनाडा का कोई भी हिस्सा बिक्री के लिए नहीं है. इसलिए यह सबसे असंभवित परिदृश्य है.

ग्रेगरी टार्डी के मुताबिक तीसरी संभावना है अमेरिका का कनाडा पर सीधा हमला, इसकी भी संभावना बेहद कम है. उन्होंने बताया कि अपस्टेट न्यूयॉर्क में, ओटावा के करीब अमेरिका के पास 10वीं माउंटेन डिवीजन है, जो यू.एस. आर्मी की कुलीन टुकड़ियां हैं. गार्डी का कहना है कि अमेरिकी सैन्य टुकड़ी को ओटावा पर कब्जा करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा लेकिन ऐसा होने की संभावना बहुत कम है.

अमेरिकी एक्सपर्ट का क्या कहना है?

उधर अमेरिकी एक्सपर्ट रोडरिक एम. हिल्स का कहना है कि अमेरिका ऐतिहासिक तौर पर ऐसा पहले भी कर चुका है. एक देश जो पहले स्वतंत्र था उसे राज्य के तौर पर जोड़ा जा चुका है, अमेरिका ने 1845 में टेक्सास को इसी तरह अपना हिस्सा बनाया था.

हिल्स ने टार्डी के बताए गए संवैधानिक रास्ते का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिकी कांग्रेस देश में नए राज्यों को शामिल कर सकती है. लेकिन संबंधित राज्यों के विधानमंडलों और कांग्रेस की सहमति के बिना किसी अन्य राज्य के अधिकार क्षेत्र में कोई नया राज्य नहीं बनाया जाएगा या खड़ा नहीं किया जाएगा, न ही किसी राज्य का गठन दो या दो से अधिक राज्यों या राज्यों के हिस्सों के मिलान से किया जाएगा.

हालांकि उन्होंने बताया कि ट्रंप की ओर से मजाकिया अंदाज में रखा गया यह प्रस्ताव नया नहीं है, पहले भी कनाडा को यह ऑफर दिया जा चुका है. ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ क्रांति के दौरान, कॉन्टिनेंटल कांग्रेस ने वास्तव में कनाडा को एक राज्य के तौर पर अमेरिका में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. लेकिन तब भी कनाडा ने इसे स्वीकार नहीं किया था. हालांकि क्या ऐसा कुछ वाकई हो सकता है इसकी संभावना को उन्होंने पूरी तरह से बेतुका बताया है.