शादी का सीजन चल रहा है. शादी समारोह को भव्य रूप दिया जा रहा है. महंगे टेंट और मैरिज होम, अनगिनत खाने. हल्दी, मेहंदी और जूता चुराई से लेकर कई रश्में. अधिकतर परिवार में होने वाले शादी समारोह इसी तरह काफी हर्षोल्लाह और महंगे तरीके से आयोजित किए जा रहे हैं. मध्य प्रदेश के इंदौर में बोहरा समाज ने शादी समारोह में होने वाले ऐसे फिजूल खर्चों पर रोक लगाने की पहल की है. इसके लिए समाज के धर्मगुरु आगे आए हैं.
बोहरा समाज में यदि किसी परिवार के द्वारा इस तरह से महंगी शादी की गई तो उस परिवार को विभिन्न सुविधाओं से वंचित किया जा सकता है. इसको लेकर आने वाले दिनों में समाज कई तरह की योजनाएं बना रहा है. वहीं, शादियों पर होने वाली फिजूल खर्ची को लेकर बोहरा समाज एक निर्णायक फैसला लिया है. इसमें सादा कार्ड छपवाने और महंगे आयोजनों से परहेज बताया है.
धर्मगुरु ने किया फरमान जारी
बोहरा समाज के धर्मगुरु डॉक्टर सैयदना आलीकदर मुफद्दल मौला ने अपने समाज से शादी समारोह को सादगी के साथ सादा तरीके से किए जाने का फरमान जारी किया है, जिसे समाज जनों के द्वारा प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है. जिम्मेदार लोग समाज से अपील कर रहे हैं कि विवाह समारोह पूरी सादगी के साथ किया जाए. साथ ही धर्मगुरु के फरमान के जरिए समाज को हिदायत भी दी जा रही है कि इसका पालन नहीं करने पर सुविधाओं से वंचित किया जाएगा.
धर्मगुरु के फरमान को कर रहे आम
इस फरमान का शादी समारोह में असर भी दिखने लगा है. इसके बाद समाज जन दावत में कम व्यंजन और साधारण तरीके से साज सज्जा कर रहे हैं. समाज के फिरोज अली फाखरी ने बताया कि आने वाले दिनों में जिन परिवारों में शादी समारोह आयोजित होना है उनके परिजनों को विशेष तौर पर एक बैठक में बुलाया गया. उसमें धर्मगुरु डॉक्टर सैयदना आली कदर मुफद्दल मौला की क्लिपिंग दिखाई गई और गुजारिश की गई कि वह आने वाले अपने शादी समारोह को सादगी से करें.
ऐसे करें शादी समारोह
उन्होंने बताया कि शादी के कार्डों को सादा छपवाएं, भोजन में सिर्फ एक मिठाई और एक खारास हो. खाने का वेस्टेज ना हो. शादी में किसी प्रकार का दिखावा ना हो. उन्होंने कहा कि फिलहाल बोहरा समाज के द्वारा जिस तरह से फिजूल खर्ची शादी समारोह में रोकने के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है. उसके बाद अब अन्य समाज किस तरह से आगे बढ़ता हैं यह देखने लायक रहेगा.