मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट मामले में बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों बाप-बेटे हैं और मदरसे का संचालन करते हैं. इसी मदरसे के अकाउंट में ठगी की रकम ट्रांसफर होती थी. यह रकम चीन के शिकागो में एक अन्य अकाउंट में ट्रांसफर हो जाती. इसका मुख्य आरोपी जम्मू कश्मीर का युवक बताया जा रहा है. फेसबुक के जरिए दोनों की मुलाकात उस युवक से हुई. अकाउंट में आने वाली रकम को आरोपी युवक और दोनों बाप-बेटे आधा-आधा बांट लेते थे.

पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश कर रही है.बीते दिनों इंदौर में डिजिटल हाउस अरेस्ट कर एक महिला से 46 लाख रुपए आरोपियों के द्वारा ठगे गए थे. इस पूरे ही मामले में पुलिस ने महिला की शिकायत पर प्रारंभिक तौर पर प्रकरण दर्ज किया और अलग-अलग तरह से जांच पड़ताल की. इस बीच पुलिस को पता चला कि आरोपियों के द्वारा 50 से अधिक अकाउंट में इस राशि को ट्रांसफर किया गया था, जिसके चलते पुलिस के द्वारा उन सभी खातों को फ्रिज किया गया.

कन्नौज के मदरसे के अकाउंट में आती रकम

पुलिस जांच पड़ताल में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कन्नौज में मौजूद फलाह दारेन मदरसा के दो अकाउंट को भी चिन्हित किया. इस दौरान इस बात की जानकारी इंदौर क्राइम ब्रांच को लगी कि मदरसे के संचालकों के द्वारा इन दोनों अकाउंट को कुछ दिन पहले ही खुलवाया गया. इसमें ठगी के पैसे ट्रांसफर किए गए हैं. पुलिस ने इस पूरे मामले में कन्नौज में रहने वाले अली अहमद और उसके बेटे असद अहमद को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि दोनों पिता पुत्र मदरसे के प्रबंधक थे और 50% कमीशन के चलते इन्होंने अपने मदरसे के अकाउंट में ठगी के पैसों को ट्रांसफर करवाया.