छिंदवाड़ा: जाको राखे साइयां मार सके ना कोई…कहावत तो हम सबने कई बार सुनी है लेकिन इसका जीता जागता उदाहरण छिंदवाड़ा में देखने को मिला। जहां एक टीचर ने चलती ट्रेन की चपेट में आने से पहले ही एक युवक की जान बचा ली। घटना से वो वाक्य सच हो गया कि ईश्वर जिसे बचाना चाहता है वह ईश्वर किसी भी प्रकार से उस व्यक्ति की मदद कर ही देता है।

घटना हिरदागढ़ रेलवे स्टेशन की है जहां एक युवक ट्रेन की चपेट से आते आते एक शिक्षक की वजह से बाल बाल बच गया। दरअसल, छिंदवाड़ा से नागपुर की ओर जाने वाली शहडोल एक्सप्रेस हिरदागढ़ रेलवे स्टेशन पर रुकी हुई थी। युवक नाश्ता लेकर चलती ट्रेन में चढ़ने लगा तो अचानक पैर स्लिप होने की वजह से चलती ट्रेन से लटक गया तभी एक शिक्षक द्वारा अपनी जान की परवाह न करते हुए युवक की जान बचाई।

जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा से नागपुर की ओर जा रहा युवक अपने परिवार के साथ ट्रेन में सफर कर रहा था जब ट्रेन हिरदागढ़ में रुकी तो नाश्ता लेने गया तो ट्रेन चलने लगी युवक चलती ट्रेन में चढ़ने लगा। पैर स्लिप होने से युवक प्लेटफार्म पर 100 मीटर की दूरी तक घिसटता चला गया। तभी बावनवाडा के प्राचार्य विजय आचार्य द्वारा उसे खींचकर सुरक्षित ट्रेन में अंदर पहुंचाया।