उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (टीएमयू यूनिवर्सिटी) से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. टीएमयू यूनवर्सिटी एक बार फिर छात्र की सुसाइड को लेकर सुर्खियों में आ गई. यूनिवर्सिटी मे पढ़ने वाले पैरा मेडिकल बी.आर.आई.टी. फर्स्ट ईयर के छात्र अतुल तिवारी ने पंखे से फांसी का फंदा लगाकर की आत्महत्या कर ली. अतुल वाराणसी का रहने वाला है. घटना के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया.
अतुल तिवारी ने न्यू बॉयज हॉस्टल के अपने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. साथ ही जांच भी शुरू कर दी है. टीएमयू के स्टूडेंट वेलफेयर के डिन एवं मीडिया प्रभारी डॉ एम. पी. सिंह ने की छात्र की मौत को दुःखद बताते हुए की मौत की पुष्टि की है. डॉ एम. पी. सिंह की माने तो छात्र का अकेडमिक रिकॉर्ड सही है फिर भी छात्र ने क्यों सुसाइड किया पुलिस मामले की जांच कर रही है. उनका कहना है की छात्र के परिजनों को सूचित कर दिया गया है.
सुसाइड की घटनाओं से चर्चाओं में आ गई है युनिवर्सिटी
टीएमयू मे इससे पहले भी कई बार सुसाइड की घटनाएं सामने आती रही है और एक बार फिर छात्र की सुसाइड से यूनिवर्सिटी चर्चाओं मे आ गई है. इससे पहले इसी साल 2024 मे टीएमयू मे आत्महत्या की 3 अन्य घटना हुई थी, जिसमे 9 जून को आगरा के रहने वाले बीबीए के छात्र अक्षत जैन मे फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. पुलिस ने आत्महत्या करने की वजह प्रेम-प्रसंग बताया था. अक्षत ब्वॉयज हॉस्टल के कमरा नंबर 428 में रहता था. अक्षत को घर जाना था, लेकिन उससे पहले ही उसने सुसाइड कर लिया.
असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया था सुसाइड
वहीं 1 जुलाई को यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अतिथि मल्होत्रा ने सुसाइड किया था. महिला प्रोफेसर ने अपने गले में चाकू मारकर सुसाइड किया था. इसके बाद 4 जुलाई को टीएमयू में एमडी के छात्र ओशो राज चौधरी ने चादर का फंदा बनाकर पंखे से लटककर जान दे दी थी. झारखंड रांची के ओल्ड एमबी रोड़ कत्थार टोली निवासी ओशो राज चौधरी अपने माता-पिता की इकलौती संतान था. उनके पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी, वहीं मां पूनम चौधरी रांची गवर्नमेंट इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल हैं.