उत्तर प्रदेश के इटावा से एक अजीब मामला सामने आया है, जहां पांच साल पहले मारपीट में एक युवती राधिका बुरी तरह से घायल हो गई थी, जिसकी अब इलाज के दौरान मौत हो गई. परिवार ने पड़ोसियों पर हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने राधिका का शव रखकर हंगामा किया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे. परिवार को आश्वासन देकर पुलिस ने युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और परिवार वालों को शांत करवाया.

दरअसल थाना सैफई क्षेत्र के रहने वाले शिवराम ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ पांच साल पहले मुकदमा दर्ज कराया था. इसमें कहा गया था कि 13 जून 2019 रात 10 बजे पत्नी कमलेश और 20 वर्षीय बेटी मृतक राधिका के साथ घर में सो रहा था. तभी गांव के ही आमिर, अखिलेश, प्रेमी और विकास छत के रास्ते से मेरे घर में घुस आए. गाली गलौज करते हुए मारपीट की, जिसमें मेरे और बेटी के सिर में चोट आई थीं. यह मामला कोर्ट में चल रहा है. हमले में घायल बेटी का इलाज सैफई मेडिकल उसके बाद दिल्ली एम्स में चला, जहां उसके सिर का ऑपरेशन किया गया था. तभी से लगातार उसका इलाज चल रहा था.

सिर पर हथियार से हमला

चार दिन पहले हालत बिगड़ने पर उसको सैफई मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान मंगलवार रात दो बजे राधिका की मौत हो गई. पिता ने बताया कि बेटी के सिर में धारदार हथियार से हमला किया गया था, जिससे वह लंबे समय से बीमार चल रही थी. मृतका की मां कमलेश देवी ने आरोपियों पर हत्या का आरोप लगाया है. गांव में शव लेकर परिजनों ने हंगामा किया.

इलाज के दौरान हो गई मौत

सूचना पर सीओ सैफई पहुप सिंह, थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार शर्मा फोर्स के साथ गांव में पहुंचे. परिवार को समझाकर शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. उन्होंने युवती के परिवार वालों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और उन्हें शांत किया. सीओ पहुप सिंह ने बताया पांच साल पहले मारपीट का मामला दर्ज किया गया था. इसमें युवती घायल हुई थी, जो बीमार चल रही थी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजन अस्पताल से शव को घर ले गए. अब आगे की कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी.