उत्तर प्रदेश से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आई है. लोकसभा चुनाव के बाद सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सुभासपा संगठन पर बड़ा एक्शन लिया है. उन्होंने यूपी की सभी प्रदेश, मंडल, जिला, विधानसभा और ब्लॉक स्तरीय कार्यकारिणी भंग कर दी है. उन्होंने कहा है कि अब पार्टी में नई ऊर्जा के साथ नए संगठन का गठन होगा. 2027 विधानसभा के लिए नया संगठन बनेगा.
सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देशानुसार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की उत्तर प्रदेश कार्यकारिणी के साथ-साथ पूर्वांचल, मध्यांचल, बुंदेलखंड, पश्चिमांचल की मुख्य ईकाई के साथ-साथ समस्त मोर्चों और प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है.
लोकसभा चुनाव में बेटे को मिली करारी हार
ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा यूपी में बीजेपी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ी थी. घोटी सीट से उन्होंने अपने बेटे अरविंद राजभर को उम्मीदवार बनाया था लेकिन इस सीट पर अरविंद राजभर को करारी हार का सामना करना पड़ा. सपा के राजीव राय ने अरविंद राजभर को 162943 लाख वोट से हराया. राजीव राय को 503131 लाख वोट मिले जबकि राजभर 340188 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे.
सपा के साथ मिलकर लड़ा था विधानसभा चुनाव
ओमप्रकाश राजभर इस समय योगी सरकार में मंत्री हैं. लोकसभा चुनाव से पहले NDA में शामिल होने पर उन्हें मंत्री बनाया गया था. घोसी में अपने बेटे की हार देखकर ओमप्रकार राजभर बीजेपी पर भड़क गए थे. उन्होंने कहा था कि बीजेपी की वजह से उनके बेटे की हार हुई. सोशल मीडिया पर उनका बयान तेजी से वायरल होने लगा. ओमप्रकाश राजभर ने सपा के साथ मिलकर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था.