उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद में सर्वे को लेकर रविवार को भीड़ ने जमकर बवाल किया. भीड़ ने पुलिस की टीम पर पथराव किया और सड़क पर आगजनी की. उपद्रवियों ने 4 बाइकों और तीन कारों में आग लगा दी. एक घंटे तक उपद्रवी तांडव मचाते रहे. पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं, हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई है. उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े.

संभल में बवाल के बाद तनाव कायम है. मौके पर जिलाधिकारी पहुंचे हैं. एसपी 5 थानों की पुलिस के साथ मौजूद हैं. वहीं, पुलिस ने मौके से 10 लोगों को हिरासत में लिया है. हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं. पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि मस्जिद के पास भीड़ में से कुछ उपद्रवी बाहर आए और उन्होंने पुलिस की टीम पर पथराव किया. उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा.

कोर्ट के आदेश के बाद मस्जिद का हुआ सर्वे

संभल जिले की जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि यह हरिहर मंदिर है. इसको लेकर हिंदू पक्ष अदालत पहुंचा था. कोर्ट के आदेश के बाद मस्जिद का 19 नवंबर की रात सर्वे हुआ था. इसके बाद फिर आज दोबारा सर्वे करने एक टीम शाही जामा मस्जिद पहुंची थी. सुबह में सबकुछ शांत था. मस्जिद के अंदर सर्वे का काम हो रहा था. इसी बीच, मस्जिद के बाहर भीड़ जुटनी शुरू हुई और लोग हंगामा करने लगे. तभी कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया.

हालांकि, इस सर्वे के लिए मस्जिद कमेटी ने अपनी सहमति दी थी. सर्वे के दौरान दोनों पक्षों की मौजूदगी रही. उपद्रव के बीच का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें संभल एसपी शांति बनाए रखने की अपील करते दिखे.

हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन बोले…

वहीं, हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन का कहना है कि सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है. सर्वे के दौरान मस्जिद की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी कराई गई है. सर्वे पूरी तरह से सुरक्षित और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है. सर्वे की रिपोर्ट 29 तारीख को न्यायालय में प्रस्तुत की जाएगी.

यूपी के संभल में हुई पत्थरबाजी की घटना पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा, ” पत्थरबाजी और तोड़फोड़ उचित नहीं है. संभल के मुसलमानों से अपील करता हूं कि वे अमन-चैन बनाए रखें. जहां तक ​​अदालती कार्यवाही का सवाल है, जामा मस्जिद हमारी है. इसकी मीनारें, दीवारें और गुंबद इस बात का सबूत हैं कि यह एक तारीखी मस्जिद है. हम कानून और पुख्ता सबूतों के जरिए इस लड़ाई को लड़ेंगे और इसमें सफलता हमारी ही होगी.”