NEET पेपर लीक मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है. झारखंड के देवघर से सॉल्वर गैंग के सदस्य पिंटू को गिरफ्तार किया गया है. पिंटू के साथ चार अन्य को भी हिरासत में लिया गया है. बताया जाता है कि चिंटू का सहयोगी पिंटू है. पिंटू पेपर लीक सरगना संजीव मुखिया का साथी है. चिंटू-पिंटू संजीव मुखिया गिरोह से दोनों जुड़े हैं.
पिंटू की गिरफ्तारी तो हो गई जबकि उसका साथी चिंटू अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. वही, पेपर लीक का सरगना संजीव मुखिया की भी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. चिंटू और पिंटू संजीव मुखिया के बेहद करीबी हैं. इकोनॉमिक ऑफेंस विंग यानी आर्थिक अपराध इकाई (EOU) लगातार रेड कर रही थी. पिंटू पकड़ा गया बाकियों की तलाश पुलिस कर रही है.
पिंटू के साथी चिंटू के पास सबसे पहले आया था नीट का पेपर
खुलासों के मुताबिक, नीट का पेपर सबसे पहले पटना में सॉल्वर गैंग के चिंटू के पास आया था. चिंटू और पिंटू संजीव मुखिया के बेहद करीबी हैं. चिंटू, पिंटू ही पटना के अलग-अलग ठिकानों से अभ्यर्थियों को लेकर लर्न प्ले स्कूल पहुंचे थे. चिंटू उर्फ बलदेव और पिंटू ने ही लर्न प्ले स्कूल में सारी व्यवस्था की थी. 5 मई की सुबह करीब नौ बजे चिंटू के ही मोबाइल पर प्रश्न पत्र और उत्तर आए.
चिंटू ने प्रश्न पत्र और उत्तर प्रिंट कर अभ्यर्थियों को रटने के लिए दे दिया. इसके बाद सभी को कार से अपनी निगरानी में परीक्षा केंद्र तक छोड़ने की जिम्मेदारी भी चिंटू और पिंटू की ही थी. कहा जाता है कि संजीव मुखिया ने चिंटू और पिंटू को पटना की सारी जिम्मेदारी दे रखी थी.
नालंदा के गुलहरिया बिगहा का रहने वाला है चिंटू
चिंटू नालंदा के गुलहरिया बिगहा का रहने वाला है. संजीव मुखिया भी पास के ही नागरनौसा का रहने वाला है. इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOU) की SIT संजीव मुखिया के साथ-साथ चिंटू की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी कर रही है. इनके साथ राकेश रंजन उर्फ रॉकी, नीतीश यादव, नीतीश पटेल भी इस पेपर लीक कांड में शामिल हैं. इन लोगों ने पिछले साल भी नीट पेपर लीक का प्रयास किया था.