बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आज से मध्य प्रदेश में सनातन हिंदू एकता यात्रा की शुरुआत की है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की यह यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक जाएगी. इस यात्रा में शामिल होने के लिए आज पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह भी पहुंचे हैं. इस दौरान जयवर्धन सिंह ने कहा कि यात्रा जरूरी है. जात-पात को पूरी तरह से खत्म करना है. संत अगर चाहते हैं कि सनातन बोर्ड बनाना है तो ये मांग जायज है.

जयवर्धन सिंह ने कहा कि शुरुआत से बागेश्वर का आर्शीवाद रहा है. उन्होंने शुरू से कहा है कि यह यात्रा सनातन एकता यात्रा है और हम सभी उसी परिवार से आते हैं, जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी सनातन धर्म का पालन किया है. महाराज की सोच काफी आगे की है. कहीं ना कहीं यह बात सही है कि हमारे देश में जो जातिवाद रहा है और अगर उससे ऊपर उठकर आएंगे.सभी समाजों को एक प्रकार का सम्मान देंगे तो इससे समाज का ही भला होगा. यही बात भगवान कृष्ण ने भी कही थी कि हमारे कर्म ही सबकुछ हैं.

हिंदू धर्म की शुरुआत भारत से हुई है- जयवर्धन

कांग्रेस विधायक ने कहा कि हम जहां पर पैदा हुए, वह जरूरी नहीं है, हमारे जीवन में हमारे कर्म क्या है, वह सबसे महत्वपूर्ण है और यही महाराज जी भी कह रहे हैं कि आपके कर्म अच्छे होने चाहिए और आपकी सोच अच्छी होनी चाहिए. भगवान श्रीकृष्ण ने यह भी कहा है कि आत्मा ही सनातन है. हर धर्म का जन्म कहीं ना कहीं हुआ है और हमारे हिंदू धर्म की शुरुआत भारत से हुई है तो यह बात तो स्वाभाविक है कि भारत तो हिंदू ही राष्ट्र होगा और यह तो हमने हमेशा माना है. सनातन बोर्ड पर उन्होंने कहा कि जो भी संत इस बारे में बात रख रहे हैं, उनको मेरे से ज्यादा इस विषय पर जानकारी है. सभी लोग मिलकर अगर इसपर कुछ तय करेंगे तो हम उसका पालन करेंगे.

सनातन हिंदू एकता यात्रा क्यों जरूरी?

सनातन हिंदू एकता यात्रा को लेकर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि यह क्यों जरूरी है. बाबा बागेश्वर ने कहा कि हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है और इसे रोकने के लिए सड़क पर उतरने की जरूरत है. संस्कृति को बचाने के लिए सनातन बोर्ड जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस वक्त हिंदू जातियों में बंटा हुआ है. जात पात की लड़ाई में उलझा हुआ है. हिंदू उपजाती, बोली और भाषा में बंटा हुआ है.

बाबा ने कहा कि भारत विश्वगुरु तब बनेगा जब सभी लोग एक साथ मिलकर एनर्जी लगाएंगे. बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल, मणिपुर में हिंदुओं की हालत देखकर हिंदू एकता बहुत जरूरी है. उनको जगाने के लिए ये एकता यात्रा है. इस यात्रा में अगर मुस्लिम और सिख आना चाहें तो हमें दिक्कत नहीं है. अगर कोई राष्ट्र का निर्माण का करना चाहता है वो जरूर आए.