पन्ना: पन्ना जिले में एक ऐसा खेत जिसमें लोग अपनी किस्मत अजमाते हैं और अगर किस्मत चमक जाए तो रातों-रात मालामाल बन जाते हैं। जरूआपुर के किसान दिलीप मिस्त्री को उनकी सालों की मेहनत का फल मिला है।
अपने ही खेत में 7 कैरेट 44 सेंट का हीरा मिला
किसान दिलीप मिस्त्री को अपने ही खेत में 7 कैरेट 44 सेंट का हीरा मिला है। इसकी अनुमानित कीमत 20 लाख रुपये बताई जा रही है।
4 दिसंबर को होने वाली हीरे की नीलामी में रखा जाएगा
इस हीरे को पारखी के द्वारा परख कर शासन के खजाने में भेज दिया गया है। अब इसे 4 दिसंबर को होने वाली हीरे की नीलामी में रखा जाएगा।
ऐसे समझे अब तक के हीरा मिलने की कहान
- किसान दिलीप मिस्त्री बताते हैं कि वह और उसके साथी पेशे से किसान हैं।
- लॉकडाउन में हीरा कार्यालय से निजी खेत का पट्टा बनवाकर खदान लगाई थी।
- अभी तक अलग-अलग साथियों के नाम से एक दर्जन से अधिक हीरे मिल चुके हैं।
- किसान दिलीप मिस्त्री को अब साल का दूसरा 7 कैरेट 44 सेंट का हीरा मिला।
इसी खेत से 16 कैरेट का हीरा मिला था, इस साल का दूसरा बड़ा हीरा
यह उनका इस साल का दूसरा बड़ा हीरा है। इसके पहले भी उन्हें इसी खेत से 16 कैरेट का हीरा मिला था। जो उन्होंने हीरा कार्यालय में जमा किया था।
हीरा मिलने की खुशी शब्दों में बयान नहीं की जा सकती
दिलीप मिस्त्री ने बताया कि हीरा मिलने से काफी खुशी है, जो शब्दों में बयान नहीं की जा सकती है। हीरा नीलामी के बाद मिलने वाले पैसों से वह अपने बच्चों की पढ़ाई एवं उनके भविष्य उज्ज्वल करने में खर्च करेंगे।
जरूआपुर की खेती की जमीन उगल रही है हीरे
किसान दिलीप मिस्त्री के द्वारा हीरा कार्यालय में जब इस हीरे को जमा किया गया, तो इस बात की चर्चा होने लगी कि जिस जमीन पर कभी किसान सब्जी उगाकर अपना जीवन यापन करते थे।
बड़े और बेशकीमती हीरे पन्ना कार्यालय में जमा हुए हैं
आज वह जरूआपुर की जमीन हीरे उगल रही है। हाल ही में जरूआपुर से बड़े और बेशकीमती हीरे पन्ना कार्यालय में जमा हुए हैं।
सब्जी उगाने का कार्य छोड़ हीरे निकालने का काम कर रहे हैं
जरूआपुर के किसान अब सब्जी उगाने का कार्य छोड़ हीरे निकालने का काम कर रहे हैं। इसमें उन्हें सफलता भी प्राप्त हो रही है। अब जरूआपुर में किसान हीरे की ‘खेती’ कर रहे हैं।