कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को गढ़चिरौली महाराष्ट्र में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के एक हैं तो सेफ है नारे पर जमकर हमला बोला. प्रियंका गांधी ने कहा एक अडानी और उसकी तिजोरी ही मोदी के राज में सेफ है. बाकी न तो किसानों की फसल सेफ है, न ही नौकरियां सेफ हैं, न बहन- बेटियां सेफ हैं, न आदिवासियों की जमीन सेफ है, न ही महाराष्ट्र के लोगों के उद्योग धंधे सेफ हैं.

बता दें कि विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए अब आखिरी एक दिन बचे हैं. विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान होगा. वोटों की गिनती शनिवार 23 नवंबर को होगी.

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने रविवार को गढ़चिरौली के वडसा में चुनावी सभा की. इस चुनावी सभा में बोलते हुए उन्होंने एक बार फिर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला.

बीजेपी भावनाओं को भड़काकर जीतती है चुनाव

उन्होंने कहा कि हमारा संविधान मजबूत है. महाराष्ट्र मार्गदर्शक भूमि है. यह संघर्ष की भूमि है. संतों ने यहां एकता का संदेश दिया है. इतिहास कहता है कि सबको प्रतिनिधित्व चाहिए. कांग्रेस ने बड़े-बड़े संस्थान बनाए, लेकिन आज उद्योग महाराष्ट्र से बाहर जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि 10 लाख करोड़ का निवेश चला गया. मोदी के राज्य में कोई सुरक्षित नहीं है, जहां हमने सरकार बनाई, गारंटी दी, तुरंत पूरा किया. छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में यही हुआ. बीजेपी के पास इसके उलट है, उनके पास कोई जवाब नहीं है. इन भावनाओं को भड़का कर चुनाव जीते जाते हैं. उन्होंने जवाबदेही की परंपरा को खत्म कर दिया. प्रियंका गांधी ने जोरदार हमला बोला है कि बात करने और जीतने से काम नहीं चलेगा.

बीजेपी सरकार में किसान संकट में हैं

उन्होंने कहा कि महिलाएं ज्यादा काम करती हैं. महंगाई के साथ हर चीज पर जीएसटी है. शिक्षार्थी के लिए कोई भविष्य नहीं है. कोई रोजगार नहीं है, सरकार श्रम का समर्थन नहीं करती. एयरपोर्ट, बंदरगाह पर रोजगार मिलता था, लेकिन अब ये भी उद्योगपतियों को दे रहे हैं.

उन्होंने कहा कि सरकारी कंपनियों में ठेका प्रथा चल रही है. बेरोजगारी बढ़ी है, युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में है, लेकिन उचित नीतियां नहीं हैं. चार महीने पहले लाडकी बहिन योजना शुरू की गई थी, टैक्स के रूप में हमसे जो पैसा लिया गया था, वह चुका रहे हैं. उद्यमियों पर नहीं, हम सब पर टैक्स बढ़ा, कर्ज माफ नहीं हुआ. प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि किसान संकट में हैं, सोयाबीन का दाम नहीं मिल रहा है.