हर पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे तरक्की करें और आगे बढ़ें, लेकिन गाजीपुर पुलिस ने एक ऐसे पिता को गिरफ्तार किया जो अपने ही बेटे की दुकान में आग लगाकर फरार हो गया था. इसके बाद उसके बेटे ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. नंदगंज थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव के रहने वाले चंदन यादव जिसने हरिहरपुर गांव में अपनी रेडीमेड कपड़ों की दुकान खोली हुई थी और उनकी दुकान अच्छी चलती थी.

उसी दुकान में 3 अगस्त की रात को किसी ने आग लगा दी थी, जिसमें करीब 40 लाख रुपए का सामान जलकर राख हो गया था. उसी दिन से पीड़ित के पिता राजेंद्र यादव भी गायब बताए जा रहे थे और यह भी आशंका जाहिर की जा रही थी कि आग लगाने वालों ने आग लगाकर उनके पिता को भी गायब कर दिया ताकि वह इसकीजानकारी किसी को ना दे सकें. पुलिस ने इस मामले को दर्ज किया और कई अहम पहलुओं पर जांच शुरू की.

पिता को पुलिस ने किया गिरफ्तार

इसी दौरान पुलिस के सामने जो तथ्य आए पुलिस खुद भी उसे जानकर खुद हैरान रह गई. ऐसा कैसे हो सकता है कि पिता राजेंद्र यादव जो घटना के बाद से ही फरार है. वही अपने बेटे की दुकान और कार में आग लगाकर गायब हो गया. पुलिस जब इस बात को लेकर पूरी तरह से कंफर्म हुई, तब उसने गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर तलाश शुरू की, जिसके बाद शुक्रवार को तलबल मोड़ के पास से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

रोक-टोक करता था बेटा

कोतवाली प्रभारी दीनदयाल पांडे ने बताया कि उसका बेटा उसे बार-बार गलत आदत छोड़ने के लिए कहता था और रोक-टोक किया करता था, जिससे पिता नाराज रहा करता था. इसी नाराजगी के चलते घटना के दिन पिता बाइक में तेल भरवा कर आया और दुकान पर पहुंचकर पेट्रोल को किसी बर्तन में निकाल कर उसे दुकान के कोने-कोने में छिड़काव किया और कार पर भी डाल दिया और आग लगा दी.