महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का प्रचार अब चरम पर पहुंच गया है. प्रचार के सिर्फ दो दिन बचे हैं. ऐसा देखा जा रहा है कि विपक्ष और सत्ता पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी आज महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. उन्होंने शिरडी में एक सार्वजनिक बैठक की.
इस बैठक से उन्होंने बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है. साथ ही प्रियंका गांधी ने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह की चुनौती का भी जवाब भी दिया. उन्होंने कहा है कि भले ही बाला साहेब और हमारी विचारधारा अलग-अलग हैं, लेकिन उनके प्रति हमारे मन में हमेशा सम्मान है.
प्रियंका गांधी ने आखिर क्या कहा?
शिरडी में एक चुनावी रैली में बोलते हुए प्रियंका गांधी ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के साथ भेदभाव जारी है. महाराष्ट्र के कई उद्योगों को दूसरी जगह भेजा जा रहा है. यहां मेरे सामने अनेक माताएं बैठी हैं, किसी के दो बच्चे होंगे, किसी के तीन या चार बच्चे होंगे, क्या आप कभी अपने बच्चों के साथ भेदभाव करते हैं? सरकार भी हमारे माता-पिता की तरह है तो यह अंतर क्यों?
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. और विधानसभा में कहा है कि हम महाराष्ट्र को मजबूत बनाना चाहते हैं. प्रचार खत्म होने से पहले प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर चले गए. मैं मोदी जी को चुनौती देता हूं कि वह अमित शाह से जातिवार जनगणना कराएं.
प्रियंका गांधी बोलीं- अब लोग डर के साये में जी रहे
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सदन में कहते हैं कि तब दूसरी सरकार थी, अब मोदी की सरकार है. देश में आतंकवाद शब्द सुनने को भी नहीं मिलता, लेकिन एक बार यहां की महिलाओं से बातचीत करें तो पता चलेगा कि वे कितने डर के साये में जी रही हैं, वो है महंगाई का डर. प्रियंका गांधी ने कहा है कि हर चीज के दाम इतने बढ़ गए हैं कि इस साल महिलाएं भी दिवाली नहीं मना सकी.
क्या कहा था अमित शाह ने?
शुक्रवार को महाराष्ट्र के हिंगोली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि उद्धव जी अगर आपमें हिम्मत है तो राहुल बाबा से वीर सावरकर और बाला साहेब के बारे में दो अच्छे शब्द बोलने के लिए कहकर दिखाएं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस लाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है. लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि आप क्या, आपकी चौथी पीढ़ी भी जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती.