बैतूल। जिले के आठनेर क्षेत्र में किसानों के साथ धोखाधड़ी करते हुए उनके कृषि उपकरण एवं वाहन हड़पकर महाराष्ट्र में बेचने वाले गिरोह को पकड़ने में पुलिस ने सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 24 बाइक, जीप, ट्रैक्टर, आटो, छह थ्रेसर, 12 रोटावेटर और कल्टीवेटर जब्त कर लिए हैं। गिरोह के सदस्य आदिवासी अंचल के ग्रामीणों की आर्थिक मजबूरी का फायदा उठाकर धोखाधड़ी से उनके वाहन हड़प लेते और फिर इन्हें पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में बेच रहे थे।

इस गिरोह की शिकायत ग्राम पाटादा निवासी विजय पिता गुरखा ऊईके उम्र 25 वर्ष ने सात नवंबर को आठनेर थाने में दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया कि अपने ट्रैक्टर को आर्थिक जरूरत के चलते किराए पर देने का सौदा भैंसदेही के कौड़ीढाना निवासी राजेश विजयकर से किया था। राजेश ने ट्रैक्टर के झूठे कागज बनवाकर अन्य लोगों को किराए पर दे दिया और बलपूर्वक ट्रैक्टर छीन लिया।

पुलिस ने जांच की तो पता चला कि राजेश विजयकर ने गांगरखेड़ा जिला अमरावती महाराष्ट् के कपूरचंद आठोले और उनके बेटों राकेश और करण आठोले को किराए पर ट्रैक्टर दे दिया था। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धारा 318, 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की।

मुख्य आरोपित राजेश विजयकर को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि उसके द्वारा लंबे समय से यह कार्य किया जा रहा है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 24 मोटरसाइकिलें, तीन ट्रैक्टर, दो जीप, एक मालवाहक वाहन, एक मालवाहक आटो, छह थ्रेशर, 12 कल्टीवेटर और रोटावेटर जब्त किए गए।

जांच में पाया गया कि आरोपित राजेश विजयकर जरूरतमंद लोगों को पहले आर्थिक मदद देता था और बदले में उनसे 25 से 30 प्रतिशत ब्याज वसूलता था। पैसे नहीं चुकाने पर वह उनके वाहन और अन्य संपत्ति हड़पकर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में अपने साथियों के माध्यम से बेच देता था। पुलिस ने आरोपित कपूरचंद आठोले और उसके बेटे करण आठोले को गिरफ्तार करने के बाद फरार राकेश आठोले की तलाश प्रारंभ कर दी है।