भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी अर्श डल्ला को लेकर अहम जानकारी मिली है कि कनाडा में गिरफ्तार अर्श डल्ला रिहा हो सकता है क्योंकि अर्श डल्ला के खिलाफ कनाडा में जो मामला दर्ज किया गया है उसमें केवल कनाडा में किए आपराधिक मामले शामिल हैं। गौरतलब है कि खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला हॉल्टन में फायरिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार उसकी जांघ में गोली लगी है जिसके इलाज के लिए वह अस्पताल आया था और पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया जिसकी पुष्टि किसी ने भी नहीं की है।
मिली जानकारी के अनुसार भारत में जो आतंकवादी अर्श डल्ला का आपराधिक पृष्ठ है उसे कनाडा ने अपनी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया है। कनाडा पुलिस ने अर्श डल्ला पर केवल 11 धारा लगाई है। एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अर्श डल्ला से एक फर्जी नंबर प्लेट की कार के अलावा हथियार बरामद किए गए हैं।
केंद्रीय जांच एजैंसी ने वर्ष 2022 में अर्श डल्ला को आतंकी घोषित किया था। अर्श डल्ला खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) को भी आप्रेट कर रहा है। KTF का सारा काम अर्श डल्ला संभालता है। केंद्र सरकार ने अर्श को रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी करवाया था। पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड अनुसार आतंकवादी अर्श डल्ला के साथ 300 से ज्यादा लोग संपर्क में है जो इसके इशारे पर वारदातों को अंजाम देते हैं।
जानें अर्श डल्ला का आपराधिक सफर
आतंकी अर्श डल्ला के पिता चरणजीत सिंह गिल एक आम किसान थे जो ठेके की जमीन पर खेती का काम करते थे। अर्श डल्ला ने 12वीं तक मोगा से पढ़ाई की है। डल्ला आर्थिक तंगी के चलते आगे पढ़ नहीं सका। 12वीं के बाद डल्ला बुरी संगत में फंस गया और लड़ाई-झगड़े बढ़ने लगे। अर्श ने मोगा में दोस्तों के साथ एक कांड कर दिया था जिसके चलते पुलिस मामला दर्ज हुआ। इसके बाद परिवार वालों ने अर्श को विदेश भेज दिया जहां उसकी मोगा के ही सुक्खा लम्मा के साथ किसी बात पर रंजिश चल पड़ी। जब वह भारत लौटा तो उसने सुक्खा लम्मा की हत्या कर दी।
सुक्खा लामा की हत्या के बाद अर्श ने आपराधिक दुनिया में पैर रख लिया और सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए फिरौती व उगाही मांगने लगा। लम्मा मामला सुनने के बाद लोग डर गए। इसके बाद वह विदेश चला गया। विदेश पहुंचने के बाद डल्ला ने चर्चित कनाडा के कारोबारी मालिक जितेंद्र उर्फ पिंका पर गोलियां चला कर हत्या कर दी जिसकी जिम्मेदारी सुखप्रीत सिंह लम्मा ने फेसबुक पर ली। जब पुलिस जांच चली तो हैरानीजनक मामला सामने आया कि जो हत्या की जिम्मेदारी ली गई है वह लम्मा के अकाउंट से ली गई थी।
धीरे-धीरे मोगा में डल्ला की रंजिश बढ़ती चली गई। फिरौती और उगाही के पैसों से विदेश भागने का इंतजाम किया जिसमें इसकी मदद आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के गुर्गों ने की। आतंकी डल्ला ने राजस्थान की लड़की पेपर मैरिज की थी। पेपर मैरिज के आधार पर वह कनाडा आ गया जहां व खालिस्तानी आतंकी निज्जर के संपर्क में आया। अर्श डल्ला आपराधिक दुनिया में पैर रखता चला गया। इस बीच उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया गया। भाई बलदीप जब जमानत पर छूटा तो वह अपनी मां को कनाडा ले आया।
अर्श डल्ला का जब पूरे देश में डंका बजने लगा और गैंगस्टरों की लिस्ट में आ गया। तो खालिस्तानी आतंकी डल्ला का पिता भी इस मौके का फायदा लेकर गांव वालों से उगाही मांगने लगा। जिसके चलते पिता चरणजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। जो संगरूर जेल में बंद हैं। आतंकी अर्श डल्ला पर पूरे देश में लगभग 70 मामले दर्ज है जिनमें पंजाब के मामले भी शामिल हैं। पंजाब के मोगा में सुक्खा लामा की हत्या, डेरा सच्चा के सदस्य मनोहर लाल, जालंधर में हिंदू पुजारी कमलजीत शर्मा, मोगा में कांग्रेसी नेता बलजिंदर सिंह बल्ली की, फरीदकोट में गुरप्रीत सिंह हरी नाऊ, ग्वालियर के डबरा में जसवंत सिंह की गोलियां मारकर हत्या करवाई थी। इनमें से काफी वारदातों को निज्जर के कहने पर अंजाम दिया गया।