उत्तर प्रदेश के अमेठी में कुछ दिन पहले एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी की शादी में हिन्दू देवी देवताओं की फोटो छपवाई थी, जिसके बाद वह निमंत्रण कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया भी दी थी. इसके बीच में मुस्लिम समाज की बेटी सायमा बानो की शादी हो गई. हिन्दू और मुस्लिम समाज के लोगों ने गांव की बेटी की शादी मुस्लिम रीति रिवाज के साथ हो गई.

खबर है कि जनपद अमेठी के राजा फतेहपुर के अलादीन गांव के रहने वाले वाले शब्बीर टाइगर की बेटी की शादी 10 नवम्बर को हो गई है. इस दौरान हिन्दू और मुस्लिम समाज के लोगों ने गांव की बेटी की शादी में बढ़ चढ़ कर हाथ बटाया. जिससे समाज में एक अच्छा संदेश भी गया. शब्बीर टाइगर ने बताया कि उनके गांव के पांच सौ से ज्यादा हिन्दू समाज के लोग उनके घर आये और अपनी हैसियत के हिसाब से लोगों ने सहयोग भी किया. इतने लोगों की मदद से उनकी बेटी की शादी अच्छे से हो गई.

समाज के लोगों ने नहीं किया विरोध

शब्बीर टाइगर ने बताया कि कार्ड पर हिन्दू देवी देवताओं की फोटो छपवाने का ना तो हमारे समाज के लोगों ने विरोध किया और ना ही जहां पर बेटी की शादी की गई उन लोगों ने भी कोई विरोध किया. विरोध भी किस बात का हो भगवान ने सभी को इंसान बनाकर भेजा है और सभी के शरीर में खून भी एक ही रंग का है. इसका विरोध वही लोग करते है जो लोग समाज को लड़ाने का काम करते हैं.

सुख-दुःख में शामिल होते हैं हिन्दू-मुस्लिम

शब्बीर टाइगर ने बताया कि ये कोई पहली मिसाल हमारे लिये नहीं है. हमारे आसपास लोग एक दूसरे के सुख-दुःख और त्योहारों में शामिल होते हैं. मुस्लिम लोग हिन्दूओं के घरों में जाते और हिन्दू मुस्लिमों के घरों में आते-जाते हैं. कभी किसी तरह की कोई हिंसा नहीं होती है. हम लोग मिलजुल कर रहते है.

लोगों के लिये कार्ड के माध्यम से सन्देश

शब्बीर टाइगर बताते हैं कि इस कार्ड के माध्यम से उन लोगों को उन्होंने संदेश दिया है जो कि समाज में दो समुदायों को लड़ाने का काम करते हैं. शब्बीर ने कहा कि लोगों को इससे बचना चाहिए. सभी लोग एक ही हैं और हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सब कहने के लिये होते है यहां पर भगवान ने सबको इंसान बनाकर भेजा है.