झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां चल रही हैं. ऐसे में 13 नवंबर को पहले चरण के मतदान से पहले ही प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) ने झारखंड के मांडर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बेड़ो और खूंटी जिला में पोस्टर लगाकर प्रशासन की बेचैनी बढ़ा दी है. दरसल, प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के द्वारा चुनाव बहिष्कार को लेकर बैनर लगाया गया है. बैनर में खनिज संपदा के दोहन और आम जनता की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए ‘अपना गांव अपनी सरकार’ बनाने का आह्वान किया गया है.
प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के नाम से लगे बैनर को पुलिस ने तत्काल जब्त कर लिया. इसके साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से पोस्टर लगाने वालों के बारे में जानकारी जुटा रही है.
चुनाव बहिष्कार की अपील
रांची जिले के मांडर विधानसभा क्षेत्र के अंतगर्त बेड़ो थाना के यूको बैंक के समीप फल दुकान के पास पीएलएफआई उग्रवादियों के द्वारा पोस्टर लगाया गया है, जिस से भारतीय जन मुक्ति मोर्चा, केंद्रीय कमेटी के नाम से लगाया गया है. हालांकि, बैनर लगे होने की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल बैनर को जब्त कर लिया है. बैनर को लाल कपड़े से बनाया गया था और लाल रंग से ही इस पर लिखा गया.
हालांकि पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. पुलिस का मानना है कि ये काम किसी शरारती का भी हो सकता है जो चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा हो. वहीं पुलिस इस ये भी मान रही है कि क्या वाकई प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों ने पुलिस को चुनौती देते हुए इस प्रकार की हरकत की है.
पुलिस कर रही जांच
पीएलएफआई की ओर से लगाए गए पोस्ट में साफ-साफ लिखा है कि झारखंड के तमाम मजदूर, आदिवासी, मूलवासी, छात्र, नौजवान, महिलाएं और प्रगतिशील बुद्धिजीवी की रक्षा के लिए जनता चुनाव का बहिष्कार करें. हालांकि पुलिस के द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि घबराएं नहीं पुलिस जल्द ही ऐसे लोगों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लेगी.