उत्तर प्रदेश के हरदोई में मंगलवार रात 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया. इनमें शाहाबाद कोतवाली में ड्यूटी पर लापरवाही बरतने में हेड कांस्टेबल और एक सिपाही को निलंबित किया गया. पुलिस लाइन में तैनाती के बाद भी बिना बताए गायब होने पर तीन इंस्पेक्टर और दो दारोगा को निलंबित कर पांच के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की है.

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि अच्छा काम करने वालों की सराहना होगी, लेकिन लापरवाही को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा. एसपी नीरज कुमार जादौन देर रात निरीक्षण पर निकले थे. पिहानी का निरीक्षण कर करीब 12 बजे रात को वह शाहाबाद कोतवाली पहुंच गए.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कोतवाली के गेट पर जिस संतरी सिपाही गोविंद प्रजापति की ड्यूटी थी, वह पीछे एक स्थान पर कुछ लोगों से बातों में मशगूल था. वह ऑफिस के अंदर पहुंच गए, लेकिन संतरी को भनक तक नहीं लगी. ऑफिस में हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार को वायरलेस सेट पर मौजूद होना चाहिए था, लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी होमगार्ड के एक जवान को सौंपकर गायब थे.

क्या बोले एसपी साहब?

एसपी ने बताया कि अन्य पुलिसकर्मी अपनी-अपनी ड्यूटी पर गए थे. इसमें कोतवाल निर्भय कुमार सिंह की भी लापरवाही सामने आई है. एसपी ने सिपाही गोविंद प्रजापति और हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर कोतवाल की भी जांच का आदेश दिया गया है.

ड्यूटी में लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई

हरदोई की पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि हम शासन की मंशा के अनुसार कार्य कर रहे हैं. हमारी जनता के प्रति जवाबदेही है. हमारी जरा सी चूक सिस्टम के लिए हानिकारक है इसीलिए अचानक निरीक्षण कार्यक्रम रूटिंग बेस हैं. इसी के अंतर्गत लापरवाही बरतने वाले 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही बाकी के पुलिस कर्मियों को दोबारा इस तरीके की गलतियां न करने की हिदायत दी गई है.