छठ पर्व पूर्वांचल के सबसे बड़े पर्व के रूप में अपनी पहचान बन चुका है. खासकर बिहार में छठ पर्व करने वाले भले ही देश के किसी कोने में कोई भी काम कर रहे हो लेकिन इस छठ पर्व मनाने के लिए अपने घर जरूर जाते हैं. ऐसा ही कुछ गाजीपुर में भी देखने को मिला. ट्रेनों में सफर करने वाले लोगों के सामान की चोरी करने वाले 3 सदस्य छठ पूजा करने के लिए चोरी छोड़ अपने गांव चले गए. जब गैंग के दो आरोपियों को जीआरपी ने पकड़ा तो इस बात का खुलासा हुआ. गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि उनकी पांच लोगों की टीम थी, जिसमें से तीन छठ पूजा में शामिल होने के लिए अपने गांव चले गए हैं.

गाजीपुर में चलती ट्रेनों में यात्रियों के कीमती सामान के चोरी होने की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. इसको लेकर जीआरपी इन दिनों काफी सक्रिय भी रही है और संदिग्ध लोगों की जांच पड़ताल में लगी हुई है. मंगलवार को सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार से ट्रेनों में चोरी करने वाले गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. जिनके पास से 2 लाख 80 हजार रुपए के चोरी के आभूषण बरामद हुए थे. जीआरपी ने इन दोनों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

गैंग के दो आरोपी अरेस्ट

जीआरपी के द्वारा चोरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में निहाल कुमार जोकि थाना चकंद गांव देसीन बीगहा जिला गया बिहार और रामबाबू कुमार जोकि थाना काको के अंतर्गत आने वाले गांव सलेमपुर जहानाबाद बिहार के रूप में पहचान हुई और यह सभी एक गैंग बनाकर लूट की घटनाओं को अंजाम दिया करते थे. इसके गैंग में तीन अन्य और भी साथी हैं जो इन दिनों छठ पूजा होने के कारण अपने गांव गए हुए हैं. जिसके कारण वह पुलिस के पकड़ से बाहर हैं. इन लोगों ने बताया कि उनके साथ इनके अन्य साथी विनय पासवान, अभय आर्य और अमित कुमार भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करते हैं लेकिन वह डाला छठ पूजा के लिए अपने गांव अर्च चले गए हैं.

2 लाख 80 हजार रुपए के गहनें बरामद

जीआरपी ने जब इन लोगों को प्लेटफार्म नंबर चार से गिरफ्तार किया और उनकी तलाशी ली तो उनके पास से कई आभूषण, एक मोबाइल और 2200 रुपए नगद बरामद हुए हैं. आरोपियों के पास से बरामद सभी सामान की कीमत करीब 2 लाख 80 हजार रुपए बताई जा रही है.

वहीं इस मामले में प्रभारी जीआरपी थाना गाजीपुर राजकुमार ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर 4 से दो आरोपियों को पकड़ा गया है जबकि तीन आरोपी फरार चल रहे हैं. इन लोगों के पास से करीब 3 लाख के जेवरात बरामद हुए हैं और सभी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेजा दिया है.