राजस्थान के जोधपुर के चर्चित अनीता चौधरी हत्याकांड की गुत्थी लगातार उलझती जा रही है. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा को गिरफ्तार किया है. उसे भी इस हत्याकांड में सह आरोपियों में शामिल किया गया है. पुलिस ने माना है कि अनीता की हत्या और साक्ष्य मिटाने में आबिदा भी शामिल थी. हालांकि, अभी तक गुलामुद्दीन पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस अभी भी उसकी तलाश कर रही है. पुलिस का कहना है कि कई महत्वपूर्ण तथ्य मिले हैं, जिससे वे जल्द गुलामुद्दीन को हिरासत में ले लेंगे.

पुलिस ने अनीता चौधरी के हत्या से जुड़े कई बड़े खुलासे किए हैं. जोधपुर डीसीपी राज ऋषि ने बताया कि 27 अक्टूबर की दोपहर अनीता अपनी मर्जी से गुलामुद्दीन के पास गंगाना पहुची थी. वह पहले से गुलामुद्दीन से परिचित थी और दोनों के बीच संवाद होता रहता था. गुलामुद्दीन के ऊपर कर्ज था. उसने हाल ही में बोरानाडा में नया मकान खरीदा था, जिसका लोन 12 लाख रुपये उसके सर पर था. इसके साथ वह जुआ और ऑनलाइन गेमिंग में मोटी रकम हार चुका था. ऐसे में उसे पैसे की जरूरत थी.

शरबत में दी गई बेहोशी की दवा

पुलिस के अनुसार, अभी तक की गई पूछताछ में सामने आया है कि गुलामुद्दीन और उसकी पत्नी ने हत्या की पूरी साजिश रची. इस हत्या को लूट के इरादे से अंजाम दिया गया. डीसीपी वेस्ट ने बताया कि अनीता को शरबत में बेहोशी की दवा मिलाकर उसे बेहोश किया गया. हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि बेहोशी की ओवरडोज से उसकी मौत हुई या उसकी हत्या बेहोशी के बाद की गई. हत्या में गुलामुद्दीन की पत्नी आबिदा की भी भूमिका पाई गई है. लेकिन अनीता के शव को टुकड़ो में बांटने मे उसकी भूमिका नहीं है.

जमीने में 10 फीट नीचे मिला शव

पुलिस के मुताबिक, अनीता के शव को टुकड़ों में काटने से पहले गुलामुद्दीन ने अपनी पत्नी और बच्चों को पीहर भेज दिया था. आबिदा की निशानदेही पर ही घर के पास गड्ढा खोदकर जमीन के 10 फीट नीचे अनीता का शव बरामद किया गया. एफएसएल द्वारा जांच में सामना आया है कि अनीता की बॉडी को चौपर के द्वारा काटा गया. इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों को डिटेन कर पूछताछ की गई. इस मामले में पुलिस का कहना है कि अभी और पूछताछ की जाएगी. गुलामुद्दीन के गिरफ्त में आने के बाद हत्या को कैसे अंजाम दिया गया इसका खुलासा हो पाएगा.

अनीता हत्याकांड के 6 अनसुलझे सवाल

सवाल-1 अनीता चौधरी की हत्या का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इस कारण हत्या को किस तरह से अंजाम दिया गया, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. इस बात को लेकर भी कंफ्यूजन है कि बेहोशी की ओवरडोज देने से अनीता की हत्या हुई या उसे मारा गया?

सवाल-2 अनीता का शव पुलिस को 6 टुकड़ों में मिला. पुलिस ने बताया कि अनीता को चौपर द्वारा काटा गया. लेकिन अभी तक इस बात की जानकारी नहीं है कि जब अनीता की बॉडी को काटा गया तब वह बेहोश थी या उससे पहले उसकी हत्या की जा चुकी थी?

सवाल-3 पुलिस द्वारा इसे लूट के इरादे से हत्या करना बताया गया है. लेकिन क्या गुलामुद्दीन ने अनीता को पैसों के साथ बुलाया था. अगर ऐसा है तो परिवार द्वारा किसी भी तरह के पैसों की लेनदेन और पैसों के गायब या चोरी होने जानकारी रिपोर्ट मे नहीं दी है?

सवाल-4 अनीता और गुलामुद्दीन के बीच गंगाना जाने से पहले ऐसी क्या बातचीत हुई की वह अपनी मर्जी से उसके घर तक ऑटो रिक्शा में बैठकर गई? इसके साथ ही अनीता के पति मनमोहन द्वारा पुलिस में दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि रिक्शा चालक से पूछताछ में पता चला अनीता ऑटो रिक्शा में बैठी थी. सामने से गुलामुद्दीन एक्टिवा लेकर आया. लेकिन वह ऑटो रिक्शा से उतरकर गुलामुद्दीन की एक्टिवा से उसके घर नहीं गई, बल्कि ऑटो रिक्शा को एक्टिवा का पीछा करने के लिए कहा और घर के बाहर उतरी?

सवाल-5 अनीता के पति मनमोहन ने पुलिस को दी अपनी रिपोर्ट में बताया कि अनीता का शव जिस कपड़ों में बरामद हुआ वे वह कपड़े नहीं हैं, जो वह पार्लर के सीसीटीवी में ऑटो रिक्शा में बैठते हुए पहने हुए थे. अनीता के कपड़े कैसे चेंज हुए?

सवाल-6 अनीता के पति मनमोहन द्वारा पुलिस को दी गई रिपोर्ट में सुनीता सेन का जिक्र है, जोकि अनीता के पार्लर में कार्य करती थी. 29 अक्टूबर को मनमोहन और सुनीता के बीच फोन पर बात होती है, जिसमें सुनीता अपनी जान खतरे में बताती है. वह कई लोगों के नाम भी लेती है. लेकिन पुलिस की जांच में अभी तक गुलामुद्दीन और उसकी पत्नी की भूमिका ही सामने आई है?