पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के उलुबेरिया में काली पूजा के अवसर पर शुक्रवार की रात को फुलझड़ी की चिंगारी से घर में लगी आग से तीन मासूम की जान चली गयी. मृतकों में तानिया मिस्त्री (11), ईशान धारा (3) और मुमताज खातून (5) शामिल हैं. दुर्घटना में मनीषा खातून सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. वे अस्पताल में चिकित्साधीन हैं.

घटना शुक्रवार रात उलुबेरिया नगर पालिका के वार्ड नंबर 27 के बनीतला में हुई. सूचना मिलने पर उलुबेरिया थाने की पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर गये.

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, यह घटना बनीतला में उलुबेरिया फ्लाईओवर के पास हुई. स्थानीय निवासी काजल मिस्त्री के घर में कुछ बच्चे घर के अंदर फुलझड़ी जला रहे थे. उसी समय फुलझड़ी की चिंगारी किसी चीज पर गिर गयी और घर में आग लग गयी.

घर में लगी आग से बाहर नहीं निकल पाए बच्चे

वे तीनों बच्चे घर से बाहर नहीं निकल सके. इस बीच आग लगने के बादपड़ोसियों ने घर से बाल्टियां लेकर पानी डालना शुरू कर दिया. लेकिन आग पर काबू पाना संभव नहीं हो सका. आग फैलने लगी. जब तक दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया, तब तक सब कुछ समाप्त हो चुका था.

उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, डॉक्टरों ने तीनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. दो का गंभीर हालत में उलुबेरिया मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है.

घर में रखे पटाखे से भड़की आग

स्थानीय लोगों ने बताया कि उस मकान में काफी मात्रा में पटाखे रखे हुए थे, जिससे आग तेजी से फैल गई. पास की एक दुकान में भी आग फैल गई है. पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि उस घर में बड़ी मात्रा में पटाखे क्यों जमा किया गया था?

राज्य के मंत्री पुलक रॉय ने उलुबेरिया घटना पर कहा कि ‘यह बेहद दुखद घटना है. हम सब परिवार के साथ हैं. एक झुलसे व्यक्ति को बेहतर इलाज के लिए कोलकाता भेजा गया है. हावड़ा ग्रामीण जिले की पुलिस अधीक्षक स्वाति बंगालिया ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि फुलझड़ी जलाने के दौरान जलने से तीन बच्चों की मौत हो गई. घटना की जांच कराई जाएगी.