उत्तर प्रदेश के इटावा में शादी के एक घर में उस वक्त मातम मच गया, जब दूल्हे ने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. मरने से दो घंटे पहले ही बारात लेकर लौटा था दूल्हा. दुल्हन का गृह प्रवेश हुआ. फिर दूल्हा दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में चला गया. जब दूल्हा काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकला तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया. दूल्हे ने कोई जवाब नहीं दिया तो अनहोनी की आशंका के चलते दरवाजा तोड़ा गया. अंदर का नजारा देख हर कोई हैरान रह गया. दूल्हा फंदे से लटका हुआ था.
यह देखते ही वहां चीख पुकार मच गई. पति का शव देख दुल्हन को सदमा लग गया. वो वहीं बेहोश हो गई. पुलिस को सूचना दी गई. मौके पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है. घर में मातम का माहौल है. किसी को भी पता नहीं चल रहा कि आखिर दूल्हे ने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया. क्योंकि दूल्हा शादी से बहुत खुश था. पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
घटना उसराहार थाना क्षेत्र के सिवरा गांव की है. उसराहार इलाके के सिवरा गांव निवासी ज्ञान सिंह यादव दिल्ली में डिफेंस प्रतिष्ठान में तैनात हैं. उनके छोटे बेटे सतेंद्र यादव की 2 जुलाई को ताखा रतनपुरा गांव की विनीता यादव से शादी हुई. दोनों परिवारों ने रस्में पूरी की. 3 जुलाई को बारात दुल्हन लेकर दोपहर 2 बजे सिवरा पहुंची. घरवालों ने दुल्हन का स्वागत किया. रात में जागने के कारण रिश्तेदार और घरवाले सो गए.
शाम चार बजे गया था कमरे में
घर की महिलाएं दुल्हन के साथ बैठकर अन्य रस्में पूरी करने लगीं. शाम 4 बजे के सतेंद्र यादव दूसरी मंजिल पर बने कमरे में सतेंद्र यादव ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. रिश्तेदार ने कमरे में शव देख परिजनों को बताया. शादी के घर में पलभर में ही मातम छा गया. घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है. दुल्हन बार-बार बेहोश हो जा रही है.
शादी से खुश था दूल्हा
दूल्हे के चचेरे भाई ने बताया- सतेंद्र अपनी शादी से बहुत खुश था. शादी पक्की होने के बाद से ही लड़की से बातचीत करता था. उसने शाम को डीजे और जनरेटर लाने के लिए अपने दोस्तों को एक हजार रुपए दिए थे. इसके बाद अपनी मां को अपनी सोने की अंगूठी और अन्य सामान देकर कहा- सोने जा रहा हूं. दुल्हन को विदा करा कर लाने के मात्र दो घंटे बाद ही आत्महत्या कर लेगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था. घर में कोई विवाद भी नहीं हुआ था.