मुरैना। कॉलेज परीक्षाओं में धड़ल्ले से नकल ही नहीं चल रही, बल्कि फर्जी परीक्षार्थी भी बैठाए जा रहे हैं। मामला कुछ यूं है कि जो छात्रा एक साल से लापता है और स्वजन ढूंढने में लगे हैं, उसी छात्रा की जगह कोई युवक परीक्षा दे रहा था। जो छात्रा लापता है उसी की छोटी बहन ने यह फर्जीवाड़ा पकड़ा। मामला थाने तक पहुंचा, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
मुरैना गांव के दाऊजी रोड पर संचालित एसडीएमजे काॅलेज का यह पूरा घटनाक्रम है। इस काॅलेज में प्राइवेट काॅलेज महात्मा ज्योतिबा फुले का सेंटर बनाया गया है।
बहन ने ही मचाया हंगामा
मंगलवार को बीएससी व बीए की परीक्षाएं चल रहीं थीं, तब बिचौली गांव निवासी निशा पुत्री लख्मीचंद जाटव ने एक युवक को परीक्षा देते देखकर हंगामा मचा दिया।
दरअसल जिस रोल नंबर पर युवक परीक्षा दे रहा था, वह निशा की बड़ी बहन वर्षा का रोल नंबर है। छात्रा वर्षा जाटव एक साल से लापता है।
जुलाई 2023 से है गुमशुदा
कोतवाली थाने में 11 जुलाई 2023 को वर्षा जाटव की गुमशुदगी दर्ज है, जिसमें लिखा है, कि 10 जुलाई 2023 को छात्रा वर्षा जाटव अपनी मां ममता जाटव के साथ मुरैना कलेक्टोरेट स्थित बैंक से पैसे निकालने आई, जहां से लापता हो गई।
चल रही है तलाश
एक साल से पुलिस और स्वजन वर्षा को ढूंढ रहे हैं, पर उसका पता नहीं लगा। वर्षा के रोल नंबर पर फर्जी परीक्षार्थी के परीक्षा देने की बात निशा ने अपने भाई व पिता को बताई।
निशा का भाई कपिल जाटव कालेज में आया और फर्जी परीक्षार्थी के बारे में जानकारी मांगने लगा, जिससे उसे अपनी लापता बहन का सुराग लगने की संभावना था।
भाई ने लगाया यह आरोप
कपिल का आरोप है, कि प्राइवेट कालेज महात्मा ज्योतिबा फुले के संचालक मिथुन टैगोर व कुछ लाेगों ने उसके साथ मारपीट की और धमकाया।
घटना के दूसरे दिन मंगलवार को पीड़ित परिवार कोतवाली और फिर सिविललाइन थाने में पहुंचे, लेकिन देर रात तक कोई कायमी नहीं हुई। बताया जा रहा है, कि पुलिस हस्तक्षेप से दोनों पक्षों में राजीनामा करवा दिया गया है।
पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता
अगर पुुलिस इस मामले में गंभीरता दिखाती तो न सिर्फ फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा जाता, बल्कि एक साल से गुम छात्रा के बारे में भी जानकारी मिलती और कालेज परीक्षाओं में धांधली करवा रहे जिम्मेदार भी कार्रवाई की जद में आते।
दिमनी में परीक्षार्थियों के स्वजन करवा रहे नकल
बुधवार को इंटरनेट मीडिया पर दिमनी कालेज में चल रही परीक्षाओं के वीडियो प्रसारित हो गए, जिसमें परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं के कमरों में ग्रामीण मौजूद थे। यह ग्रामीण परीक्षार्थियों के परिचित थे, जो नकल करवा रहे थे।
एक-दूसरे से सटकर बैठे थे परीक्षार्थी
काॅलेज के कक्षाें में परीक्षार्थी एक-दूसरे से सटकर बैठे हुए दिखे जो एक दूसरे की कांपियों से नकल कर रहे थे। गौरतलब है कि कलेक्टर ने एक दिन पहले ही काॅलेजों की नकल रोकने के लिए सभी एसडीएम को निर्देश जारी किए हैं, इसके बाद भी काॅलेज परीक्षाओं में नकल नहीं थम रही है।