बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिसके बाद पप्पू यादव ने गृह मंत्रालय को एक पत्र लिखकर कहा कि उनकी हत्या किसी भी समय हो सकती है और सुरक्षा की मांग की थी. अब उनका बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि देश के लोकतंत्र, कानून से ऊपर पीएम, सीएम या पप्पू नहीं है. क्या आप आम आदमी की हिफाजत नहीं करेंगे.

पप्पू सिंह ने कहा कि एक व्यक्ति एक नया देश बना ले. कोई भी माफिया, दादा, अपराधी, हमको किसी की निजी जिंदगी से मतलब नहीं है. उन्होंने बाबा सिद्दीकी की मारा है. अब सलमान को मारो, अबराहम को मारो, जिसको मारना है मारो लेकिन मैं अपना दायित्व तो करूंगा और सरकार को जगाऊंगा कि ये गलत है. किस से किस की क्या निजी दुश्मनी है पप्पू यादव को इससे कोई लेना-देना नहीं है. पहले भी लोगों ने सबको मारा है.

“जब तक मैं जिंदा हूं तब तक”

उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई पर कहा कि मैं किसी व्यक्ति विशेष को नहीं जानता और न ही जनना पसंद करता हूं. मैं आम जनता के बीच हूं, कौन सी सुरक्षा है, कोई आएगा मार देगा तो मर जाएंगे. अगर मेरे मरने से देश मर जाएगा, तो मार दो आकर लेकिन जब तक मैं जिंदा हूं तब तक किसी भी जाति-धर्म के लोगों के जिंदगी जीने के तरीकों और उनके विचारों पर हमला होगा तो मैं सच्चाई बोलूंगा, जिसको मारना है मार दो मैं बिना सुरक्षा के जनता के बीच रहता हू.

“आपकी सुरक्षा की जरूरत नहीं”

अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि मैंने सुरक्षा के लिए 10 दिन पहले ही डीजी साहब से बात की. सभी SP को लिखकर दिया है. सुरक्षा भी सत्ता और मानक के हिसाब से होती है? अगर आप सत्ता के लिए जीते हो और सत्ता की बात करते हो तो सुरक्षा और अगर सच्चाई के लिए जीते हो और सच्चाई की बात करते हो तो सुरक्षा नहीं, यह तय करना सरकार की जिम्मेदारी है. मैंने मुख्यमंत्री से कई बार समय मांगा लेकिन उनके इर्द-गिर्द जो लोग हैं. वह माफियाओं के साथ जमीन का धंधा करते हैं वह नहीं चाहते कि मैं सीएम से मिलूं. मैंने चिट्ठी लिख दी है मुझे आपकी सुरक्षा की जरूरत नहीं है.

हेमंत सोरेन दोबारा सीएम बनें

उन्होंने आगे कहा कि हमें तो बच्चे से धमकी मिलती रहती है. मेरी किसी से निजी दुश्मनी नहीं है, न ही मैं किसी की निजी जिंदगी में जाना चाहता हूं. कानून, संविधान और किसी नागरिक को बचाने की जिम्मेदारी सरकार की है. मेरी जिम्मेदारी 18 तारीख तक झारखंड में है. डेमोक्रेसी के लिए महाराष्ट्र और झारखंड को सुरक्षित करने की जरूरत है. इसलिए मैं चाहूंगा कि हेमंत सोरेन जी दोबारा सीएम बनें और मैं आगे भी झारखंड में रहूंगा.