कश्मीर के गांदरबल में आतंकियों ने रविवार को कायराना हमला किया था. इस हमले में एक स्थानीय डॉक्टर और 6 गैर-स्थानीय मजदूरों की मौत हो गई थी. 5 अन्य लोग घायल हुए. एनआईए को इस हमले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. टीम जुटी हुई है. साथ ही सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की. मृतकों के परिवारों को मुआवजे का ऐलान किया गया है.

गांदरबल के गगनगीर इलाके में हुए हमले में जान गंवाने वाले 5 गैर स्थानीय लोगों में 3 बिहार के निवासी थे. इनकी मौत पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने दुख जताया है. सीएम ऑफिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सीएम ने नई दिल्ली में अधिकारियों से बात की है. उनसे जम्मू-कश्मीर सरकार से बात करके राज्य के नागरिकों के शवों को उनके पैतृक गांवों तक लाने की व्यवस्था कराने के लिए कहा है. सीएम ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है.

हिंसा के अंतहीन चक्र की याद दिलाता है ये हमला

बिहार के मुख्यमंत्री ने आतंकी हमले में मारे गए राज्य के नागरिकों के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये देने की घोषणा की है. इस आतंकी हमले से देश में आक्रोश है. तमाम राजनीतिक दलों ने इसकी निंदा की है. सोमवार को मीरवाइज उमर फारूक सहित हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं ने हमले की निंदा की. मीरवाइज ने कहा कि हर जिंदगी कीमती है. ये हमला हिंसा के अंतहीन चक्र की याद दिलाता है. जम्मू कश्मीर में लोग दशकों से इस हिंसा को झेल रहे हैं.

बड़े आयोजनों से ये सच्चाई नहीं छिप सकती: इल्तिजा

वहीं, पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि चुनाव या अंतरराष्ट्रीय मैराथन जैसे बड़े आयोजन से ये सच्चाई नहीं छिप सकती है कि कश्मीर में एक ऐसी समस्या है, जिसे हल करने के लिए सही प्रयासों की जरूरत है. कश्मीर घाटी में एक ऐसी समस्या है, जो दशकों से बेगुनाहों की जान ले रही है. यह तब तक जारी रहेगी जब तक हम इसे स्वीकार नहीं करते. साथ ही इसका हल निकालने के लिए सही प्रयास नहीं करते.