चेन्नईः तमिलनाडु के चेन्नई और अन्य क्षेत्रों में मंगलवार को रुक-रुक कर व्यापक बारिश हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र एक स्पष्ट, निम्न दबाव क्षेत्र में बदल गया है तथा इसके अवदाब में बदलने की आशंका है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि निवारक रखरखाव के कारण चेन्नई में सबवे में पानी जमा नहीं हुआ और गिरे हुए पेड़ों को तुरंत हटा दिया गया। लेकिन कई जगहों पर जलभराव देखा गया।

स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी
महानगर चेन्नई नगर निगम ने कहा कि वह नालों में भर गया पानी निकाल रहा है। लगातार बारिश और आंधी के कारण शहर और उपनगरों में सड़क पर चलने वालों की संख्या में तेजी से कमी आई है। चेन्नई, तिरुवल्लूर और राज्य के अन्य हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई। चेन्नई नगर निगम ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है और सरकार ने लोगों से मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए ‘टीएन अलर्ट ऐप’ का उपयोग करने का अनुरोध किया है। मेट्रो रेल, विमान और ट्रेन परिचालन पर अभी तक कोई असर नहीं पड़ा है। मदिपक्कम के बाढ़ प्रभावित राम नगर में कुछ लोगों ने अपने वाहनों को निकटवर्ती वेलाचेरी पुल पर खड़ा कर दिया है तथा कुछ लोगों के अपने घरों से होटलों में जाने की खबरें हैं।

उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने वेलाचेरी के पास नारायणपुरम झील सहित कई इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने बारिश से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए जारी कार्यों की समीक्षा करने के लिए यहां स्थित चेन्नई नगर निगम के मुख्यालय रिपन बिल्डिंग से संचालित एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र का निरीक्षण किया। मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार को सुबह तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग के मध्य भाग में एक स्पष्ट निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया।

पोस्ट में कहा गया, “बाद में इसके दबाव में तब्दील होने तथा अगले दो दिनों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ने की आशंका है।” सोमवार रात से ही चेन्नई और उसके उपनगरों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को मौसम विभाग के भारी बारिश के अनुमान के मद्देनजर उत्पन्न होने वाली स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों द्वारा की गई तैयारियों और उठाए गए कदमों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और तमिलनाडु आपदा मोचन बल को प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में पहले से ही तैनात किया जाए।