हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार के सबका साथ-सबका विकास के नारे पर जमकर हमला बोला. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि 4 जून से अब तक देश के 6 मुसलमानों की मॉब लिंचिंग की गई है. 11 मुसलमानों के घर गिराए गए हैं, लेकिन सरकार चुप है.
करीब 8 मिनट के अपने भाषण में ओवैसी ने इजरायल और फिलस्तीन के मुद्दे को भी उठाया. उन्होंने कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार फिलिस्तीनियों को मारने के लिए इजरायल को हथियार मुहैया करा रही है.
संसद में ओवैसी ने और क्या-क्या कहा, इसे विस्तार से पढ़िए…
मोदी की जीत सिर्फ हिंदुत्व की वजह से
2024 के चुनाव परिणाम पर भी हैदराबाद सांसद ओवैसी ने टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि 2024 में नरेंद्र मोदी को जो जीत मिली है, वो सिर्फ हिंदुत्व की वजह से मिली है. इनकी पूरी राजनीति मुसलमानों से नफरत करने पर टिकी है.
ओवैसी ने इस दौरान बेरोजगारी का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि देश में आज आधे से ज्याद नौजवान बेरोजगार हैं और सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है. पेपर लीक की वजह से पिछले 5 साल में 65 लाख लोगों का करियर उधेड़बुन में है.
हैदराबाद के सांसद ने आगे कहा कि बनारस के जो बुनकर मजदूर हैं, वो मंदी की मार से जूझ रहे हैं. यहां के बुनकर मजबूरन अब सूरत पलायन कर रहे हैं.
इजरायल की मदद क्यों कर रहा भारत?
ओवैसी ने संसद में केंद्र सरकार से पूछा कि आखिर भारत इजरायल की मदद क्यों कर रहा है? उन्होंने कहा कि भारत इजरायल को हथियारों की खेप पहुंचा रहा है और उन हथियारों की मदद से इजरायल फिलस्तीन के लोगों को मार रहा है. आप फिलस्तीन को लेकर इस तरह की नीति क्यों अपना रहे हो?
ओवैसी ने आगे कहा कि भारत में मोदी सरकार एक कैंप लगा रही है, जहां लोगों का चयन कर इजरायल युद्ध के लिए भेजा जा रहा है. यही काम रूस के लिए भी किया जा रहा है. यह गलत है और सरकार को इस पर जवाब देना होगा.
एआईएमआईएम के सांसद ने सरकार से कहा कि आपकी रणनीति की वजह से खाड़ी देशों में रह रहे 90 लाख लोगों में डर का माहौल है.
6 मुसलमानों की मॉब लिंचिंग हुई, 11 घर गिरे
ओवैसी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि 4 जून के बाद देश में मॉब लिंचिंग की 6 घटनाएं हुई हैं, लेकिन इस पर कोई बोलने को तैयार नहीं है. हम यह कैसा भारत बना रहे हैं?
ओवैसी ने मुसलमानों के घरों पर चले बुलडोजर को भी मुद्दा बनाया. उन्होंने कहा- पिछले एक महीने के दौरान देश में मुसलमानों के 11 घर गिराए गए हैं. ये घर मध्य प्रदेश और हिमाचल में गिराए गए हैं.मो
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि देश में मुसलमानों को हिस्सेदारी भी नहीं मिल पा रही है. भारत में मुसलमानों की आबादी करीब 20 प्रतिशत हैं, लेकिन संसद में उनकी हिस्सेदारी 4 प्रतिशत के आसपास है.
ओवैसी ने अपने संबोधन में कहा- मुसमलान भारत में कभी भी वोटबैंक नहीं रहा है. इन्हें तो अब के प्रधानमंत्री मोदी घुसपैठी भी कहते हैं. बीजेपी के लिए मुसलमानों की राय अहम नहीं है.