भोपाल। शहर सरकार का वार्षिक बजट मंगलवार को महापौर मालती राय द्वारा नगर निगम परिषद की बैठक में पेश किया गया है। महापौर मालती राय आइएसबीटी स्थित नगर निगम कार्यालय के सभा कक्ष में परिषद की बैठक में बजट भाषण पढ़ रही हैं। इससे पहले सुबह साढ़े ग्यारह बजे परिषद की बैठक शुरू हुई। निर्धारित व्यवस्था के अनुसार पहले एक घंटे के लिए प्रश्नकाल शुरू हुआ। इसमें नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने सत्तापक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने अनियमित ढंग से वर्क आर्डर जारी करने को लेकर सवाल उठाया।
नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी के सवाल का जवाब एमआईसी सदस्य जितेंद्र शुक्ला ने दिया कि अंतरिम बजट में कोई भी वर्क आर्डर जारी नहीं हुए हैं उधर नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने बंडल की कॉपी दिखाई कि यह देखिए कितने कामों को स्वीकृति मिली है। इस पर जितेंद्र शुक्ला ने सफाई देनी चाही, लेकिन नेता प्रतिपक्ष टेंडर की जानकारी देने की बात पर अड़ गईं। नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि 50 से ज्यादा टेंडर हुए हैं। सबसे ज्यादा टेंडर पार्षद रविंद्र यति के वार्ड के हुए हैं।
इस पर महापौर मालती राय ने सफाई दी कि पूर्व बजट का जो पैसा बचा हुआ था, उसे टेंडर हुए हैं। अंतरिम बजट से कोई टेंडर नहीं हुआ।
वार्ड क्रमांक 43 के पार्षद नसीम गफ्फार ने शहर में गुमठियों का मामला उठाया। शहर में अवैध पार्किंग का मामला उठाया। इस पर महापौर ने कहा कि शहर से अवैध गुमठियों को हटाया जाएगा। इस बाबत निगमायुक्त को निर्देश दिए।
लहराए पोस्टर
बारिश के सीजन में शहर में जहां-तहां पसरी गंदगी और बजबजाते नालों-नालियों को लेकर भी विपक्षी पार्षदों ने सत्तापक्ष को घेरा। कांग्रेस पार्षदों ने आसंदी के सामने आकर पोस्टर भी लहराए और शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की। निगम अध्यक्ष ने कहा कि आयुक्त इस मामले की जांच करें और देखें।
प्रश्नकाल के बाद लंच ब्रेक हो गया। इसके बाद पुन: बैठक शुरू होने पर महापौर मालती राय ने बजट पेश किया।
2200 करोड़ का होगा बजट
नगर निगम के सूत्रों के मुताबिक 2200 करोड़ का बजट होगा, तो वहीं प्रापर्टी, जल व मनोरंजन कर नहीं बढ़ाया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने बताया, पिछले बजट के कई वादे पूरे नहीं हुए हैं, जबकि इनके लिए करोड़ों रुपये का प्रविधान किया गया था। पीएम आवास लोगों को नहीं मिले हैं। ये प्रोजेक्ट महीनों से अधूरे हैं। इस कारण लोगों को निगम कार्यालय तक का घेराव करना पड़ रहा है।
वहीं नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने परिषद बैठक से पहले सोमवार को तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को सत्र के दौरान की जाने वाली व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए।
बताया जा रहा है कि इस बार का बजट पिछले वर्ष के बजट से करीब 300 करोड़ रुपये कम होगा। पिछले साल 3306.31 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था। इस बार 10 फरवरी को तीन महीने के लिए 808 करोड़ 87 लाख 48 हजार रुपये का अंतरिम बजट पेश हो चुका है, जबकि 2 जुलाई को करीब 2200 करोड़ रुपए का बजट और आएगा। ऐसे में वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट करीब तीन हजार करोड़ रुपये का रहेगा।