इंदौर जिले के भंवरकुआं थाना क्षेत्र में एक गरबे का आयोजन मुस्लिम युवक फिरोज खान के द्वारा किया जा रहा था. जैसे ही पूरे मामले की जानकारी हिंदू जागरण मंच सहित तमाम हिंदू संगठनों को हुई तो उन्होंने कार्यक्रम नहीं कराने को लेकर एक आवेदन भंवरकुआं पुलिस को दिया. आवेदन मिलने के बाद पुलिस ने फिरोज खान को गरबा कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार कर दिया. पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बाद फिरोज खान ने कार्यक्रम वाली जगह से अपने बैनर और पोस्टर हटा लिए.

फिरोज खान ने बताया कि वह क्षेत्र में 40 सालों से अलग-अलग तरह के आयोजन कर रहे हैं, लेकिन कभी भी इस तरह की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई. संभवत: मेरे मुस्लिम होने के कारण आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है. फिरोज खान ने कहा कि मैं मुस्लिम होने से पहले एक हिंदुस्तानी हूं. वहीं गरबा आयोजन कैंसल होने के बाद हिंदू जागरण मंच का कहना है कि यदि आपको गरबे का आयोजन और माता की आराधना करना है तो आप मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लीजिए. उसी के बाद इस तरह के आयोजन कीजिए.

लव जिहाद को मिलेगा बढ़ावा

हिंदू जागरण मंच का कहना है कि यदि फिरोज खान जैसे लोग इस तरह के आयोजन करेंगे तो निश्चित तौर लव जिहाद सहित तमाम तरह की घटनाएं घटित होंगी. हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक सुमित हार्डिया का तो यहां तक कहना है कि हमारी 40 साल बाद उस क्षेत्र में निगाह गई. ये सोचने वाली बात है. सुमित हार्डिया ने कहा कि हमको और एक्टिव रहने की जरूरत है. हमारे आसापास क्या घटित हो रहा है, इस पर नजर रखने की जरूरत है.

एडिशनल डीसीपी ने दी जानकारी

हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक सुमित हार्डिया ने कहा कि यह सफाई आने वाले दिनों में भी इसी तरह से जारी रहेगी. वहीं मामला सामने आने के बाद एडिशनल डीसीपी आनंद यादव ने बताया कि वहां पर आयोजन के नाम को लेकर विवाद था. इसके चलते प्रारंभिक तौर पर एक आवेदन आया था, लेकिन अभी इस पूरे मामले में हमारी ओर से किसी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है.